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अमेरिका अपनी गलतियों से इज़रायल को क्या सिखाना चाहता है?

रफ़ाह क्रॉसिंग खोलने में देरी क्यूं हो रही, सांसद महुआ मोइत्रा ने क्या पैसे और गिफ्ट्स के एवज में संसद में सवाल पूछा, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में शामिल नए नाम और गगनयान की टेस्टिंग से जुड़ी जानकारी, सुनिए 'दिन भर' में.

अमेरिका अपनी गलतियों से इज़रायल को क्या सिखाना चाहता है? अमेरिका अपनी गलतियों से इज़रायल को क्या सिखाना चाहता है?
चेतना काला
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  • 20 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 8:26 PM IST

खून से लथपथ सड़कें, धुएं से भरा आसमान और हाथों में लाशें उठाकर भागते हुए लोग, ये किसी सिनेमा का सीन नहीं, जीती जागती तस्वीरें हैं इज़रायल हमास जंग की. 14 दिन पहले शुरु हुई, ये जंग कहां जाकर थमेगी, कोई ठीक-ठीक बताने वाला नहीं है. कल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक दो दिन के दौरे पर इज़रायल पहुंचे थे.

जहां इज़रायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और  प्रेसिडेंट आइज़ेक हरज़ौग से उनकी मुलाकात हुई. इसके बाद वो सऊदी अरब पहुंचे. ऋषि सुनक से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी इज़रायल गए थे. और उन्होंने इज़रायल को पूरा समर्थन देने की बात की. वाशिंगटन लौटने के बाद बाइडेन ने अपने देश को संबोधित किया.

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उन्होंने 9/11 के हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि जब अमेरिका ने 9/11 का हमला झेला था, हम भी बेहद क्रोधित थे. हमने इंसाफ चाहा, जो हमें मिला भी लेकिन इस बीच हमनें कुछ गलतियाँ भी की. मैं इज़रायल की सरकार को सिर्फ यही कहना चाहूँगा कि वो क्रोध में अंधे होने से बचें. इज़रायल ने इस संदेश को जैसे भी लिया हो.

ख़बर ये है कि आज इजरायल ने गाज़ा में स्थित सबसे पुराने ग्रीक ऑर्थोडॉक्स सेंट पोर्फिरियस चर्च पर हमला किया. सवाल है कि हर कदम पर इजरायल का साथ देने वाले बाइडेन, एक तरफ जंग के लिए इज़रायल को हथियार भेज रहें है तो दूसरी ओर उन्हें क्रोध में अंधे होने से भी बचने के लिए कह रहे है. इसको किस तरह देखा जाए?

 

 

2005 का साल था. एक स्टिंग ऑपरेशन ने खुलासा किया कि संसद में पैसे लेकर सवाल पूछे जा रहें. 11 सांसदों पर आरोप थे. इन 11 सांसदों में छह बीजेपी के थे. तीन बहुजन समाज पार्टी के और एक-एक राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के थे. सुनिए 'दिन भर' में.

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सभी सांसदों को बर्ख़ास्त कर दिया गया था. क्या अब भी ऐसा होगा? क्योंकि महुआ मोइत्रा जो कि तृणमूल कांग्रेस से लोकसभा सांसद हैं. उन पर झारखंड के गोड्डा से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने कुछ ऐसे ही बेहद संगीन आरोप लगाए हैं.

आरोप हैं कि महुआ मोइत्रा ने पैसे और गिफ्ट्स के एवज में सदन में सवाल पूछा. ये सवाल उद्योगपति गौतम अदानी से जुड़े थे. बीजेपी का कहना है कि ऐसा कर के वह प्रधानमंत्री मोदी की साफ़ राजनीतिक छवि को धूमिल करना चाहती थीं. महुआ ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है. जिस बिजनेसमैन दर्शन हिरनन्दानी से महुआ को गिफ़्ट मिलने की बात है.

मीडिया में कहा जा रहा है कि उन्होंने एक चिट्ठी लिखकर महुआ पर लगे आरोपों को सही बताया है. ये चिट्ठी असल है भी या नहीं, इस चिट्ठी में और कौन सी बातें कहीं गई हैं जो महुआ की मुसीबत बढ़ा सकती हैं? सुनिए 'दिन भर' में.

मध्यप्रदेश में वोटिंग को एक महीने से भी कम का वक्त बचा है. 17 नवंबर को राज्य में वोटिंग होगी. इसी बीच कल देर रात कांग्रेस पार्टी ने एमपी में अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की. इस लिस्ट में पार्टी ने 88 नामों की घोषणा की है. पहली सूची संडे को जारी हुई थी, जिसमें 144 उम्मीदवारों के नाम थे. राज्य में कुल मिलाकर विधानसभा सीटें 230 ही हैं. और पार्टी ने जो 232 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया है. उसकी वजह ये है कि दूसरी सूची में कांग्रेस ने जो 88 नाम सार्वजनिक किए हैं, उनमें तीन नाम वे हैं जिन्हें पहली वाली लिस्ट के तीन नामों की जगह बदला गया है.

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ये तीन सीट्स हैं दतिया, गोटेगांव, पिछौर. तो इस तरह सिर्फ एक सीट को छोड़कर बाकी के 229 सीटों पर कांग्रेस ने अपने कैंडिडेट्स फाइनल कर दिए हैं. उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के दौरान एक और बात सामने आई.  एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा को लेकर जिन तीन नामों की घोषणा की थी, उन सभी को टिकट मिल गया है. इनमें परासिया से सोहन वाल्मिकी, अमरवाड़ा से कमलेश शाह और पांढुर्णा से नीलेश उइके को उम्मीदवार बनाया गया है. सुनिए 'दिन भर' में.

अब बिल्कुल हम 2023 यानी इस साल के मुहाने पर खड़ें हैं.  और अगर एक नज़र को पलट के देखें तो हम पाएंगे की इस साल में भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में कई करतब किए हैं. चांद और सूरज तक न सिर्फ हम पहुँचे बल्कि नए रिकॉर्ड्स भी स्थापित किए. जैसे चाँद के साउथ पोल पर पहुंचना. लेकिन सफलता की ये कड़ी यहीं नहीं थमने जा रही. कल इसरो यानी इंडियन स्पेस रिसर्च आॉर्गनाइजेशन, गगनयान मिशन की टेस्टिंग करने वाला है.

इस मिशन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में स्वतंत्रता दिवस के दिन की थी. गगनयान के ज़रिए भारत अपने 3 एस्ट्रोनॉटस स्पेस में भेजेगा. 2018 के बाद कोरोना वायरस के कारण इस मिशन को रोक दिया गया था. कल इसरो आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोट में  मिशन की टेस्टिंग करेगा. ये टेस्टिंग अनमैन्ड यानी मानवरहित होगी. इंडिया टुडे से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के डायरेक्टर ए. राजराजन ने गगनयान को लेकर चल रही तैयारियों के बारे में बताया कि सबसे जरूरी है LVM-3 को H-LVM3 में बदलना. क्या है इसका आसान भाषा में मतलब, टेस्टिंग से जुड़ी और डिटेल्स क्या हैं,  सुनिए 'दिन भर' में.

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