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बिहार (Bihar) की राजधानी पटना में BPSC विवाद को लेकर कांग्रेस और लेफ्ट के विधायकों ने विधानसभा से राजभवन तक मार्च शुरू किया है. इससे पहले स्टूडेंट्स का प्रोटेस्ट हुआ था, जिसमें प्रशांस किशोर भी शामिल हुए थे. पुलिस के द्वारा कहा जा रहा है कि ये प्रतिबंधित क्षेत्र है लेकिन वहां पर आए हुए विधायक और सांसद मौके पर डटे हुए हैं और राजभवन तक जाना चाहते हैं. आए हुए नेताओं का कहना है कि सरकार तानाशाही दिखा रही है. राज्यपाल से मिलकर हम अपनी बात कहना चाहते हैं, ये हमारा अधिकार है.
मजिस्ट्रेट ने कहा, "जिस एरिया में ये जाना जाते हैं, वो प्रतिबंधित क्षेत्र है इसीलिए हम इन लोगों को यहां रोक लिए हैं."
'शांतिपूर्ण ढंग से जाना चाह रहे हैं...'
कांग्रेस नेता शकील अहमद ने आजतक से बातचीत में कहा, "दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस प्रदेश के विधायकों और चुने हुए लोगों को जाने नहीं दिया जा रहा है. हम लोग बहुत शांतिपूर्ण ढंग से जाना चाह रहे हैं."
'धक्का देकर गिरा दिया...'
सीपीआईएमएल के विधायक सुदामा प्रसाद ने कहा, "हमे धक्का देकर गिरा दिया गया. हम लोग छात्रों की मांगों लेकर राज्यपाल से मिलने जा रहे थे. हम पुलिस से नहीं उलझ रहे हैं, पुलिस हमसे खुद उलझ रही है."
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बता दें कि अगले साल बिहार में बिधानसभा चुनाव है. बीपीएससी का एग्जाम अब राजनैतिक मुद्दा बनता हुआ दिख रहा है. इससे पहले पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने बुरी तरह से लाठीचार्ज किया था. छात्र चिल्ला रहे थे लेकिन पुलिस निर्दयी होकर एक्शन ले रही थी.