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डूबे गांव, बेघर लोग, हर तरफ तबाही... लेकिन पूरी तरह 'सुरक्षित' हैं बिहार के तटबंध

तटबंध के टूटने के बाद कोसी नदी का पानी दरभंगा के कुशेश्वरस्थान और बिरौल इलाके में काफी तेजी से फैल रहा है. हजारों की आबादी अपने-अपने घरों को छोड़कर अब तक तटबंद पर आकर बस गई है, क्योंकि इनके पास रहने के लिए तटबंध से सुरक्षित और कोई स्थान अब नहीं बचा है.

बिहार के दरभंगा में बाढ़ से तबाही जैसे हालात बिहार के दरभंगा में बाढ़ से तबाही जैसे हालात
रोहित कुमार सिंह
  • दरभंगा,
  • 30 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 2:20 PM IST

बिहार (Bihar) के उत्तरी इलाके से गुजरने वाली सभी नदियां मौजूदा वक्त में उफान पर हैं और जिले इस बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं. गांव के गांव डूब चुके हैं, लोग बेघर होने को मजबूर हैं. घरों से सामान निकाल कर भटक रहे लोग किसी ऐसे कोने की तलाश में हैं, जहां उन्हें ठहरने के लिए सहारा मिल जाए. बिहार सरकार बार-बार यह दावा कर रही थी कि सभी तटबंध पूरी तरीके से सुरक्षित हैं लेकिन पिछले 24 घंटे में जिस तरह से कई जिलों में तटबंध टूटे हैं, उसके बाद सरकार के सभी दावों की पोल खुल गई है.

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मगर हां, बिहार के सभी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है. सुरक्षित इस मामले में नहीं हैं कि वह गांव के हजारों-लाखों घरों और मकानों को बाढ़ के पानी से बचाया जा सके बल्कि इस तरह से सुरक्षित है कि जब तटबंध टूट जाए और घर-मकान डूब जाए तो आप इस तटबंध पर आकर आसरा ले सकें. इसके लिए तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित जगह है.

आज तक की टीम सोमवार को दरभंगा जिले के जमालपुर थाना के अंतर्गत भूभोल इलाके में पहुंची, जहां पर रविवार देर रात कोसी नदी पर बना पश्चिमी तटबंध टूट गया. इसके बाद कोसी नदी का पानी तेजी से दरभंगा के लाखों लोगों के लिए खतरे का सबब बन गया है.

हजारों लोग घर छोड़ने को मजबूर

तटबंध के टूटने के बाद कोसी नदी का पानी दरभंगा के कुशेश्वरस्थान और बिरौल इलाके में काफी तेजी से फैल रहा है. हजारों की आबादी अपने-अपने घरों को छोड़कर अब तक तटबंद पर आकर बस गई है, क्योंकि इनके पास रहने के लिए तटबंध से सुरक्षित और कोई स्थान अब नहीं बचा है.

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हजारों की आबादी में महिलाएं, छोटे-छोटे बच्चे, बुजुर्ग, पुरुष और मवेशी सहित सभी सड़क पर आसरा लिए हुए हैं. सरकार की तरफ से इन लोगों को किसी भी तरह की मदद नहीं होने का दावा किया जा रहा है. लोग बता रहे हैं कि उनकी सुध लेने वाला कोई भी नहीं है और इन्हें न कोई राहत सामग्री या खाने के लिए कुछ दिया गया है. 

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जमालपुर थाना दरभंगा कोसी नदी का पानी दरभंगा के कई इलाकों में फैलने से हजारों की आबादी अपने-अपने घरों में फंस गई है और उन्हें वहां से निकलने के लिए एनडीआरएफ की टीम भी अब मौके पर पहुंची है. ग्राउंड रिपोर्टिंग के दौरान देखा गया कि कई मकान के छत भी ध्वस्त हो गए हैं और बिजली के खंभे भी कोसी नदी में समा गए हैं.

'प्रभावित इलाकों में सामुदायिक रसोई'

दरभंगा जिले के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति पर, जिला मजिस्ट्रेट राजीव रौशन कहते हैं, "जमालपुर पीएस क्षेत्र के अंतर्गत नदी का जल स्तर बांध के जल स्तर को पार कर गया है. इसके कारण, नदी का पानी किरतपुर की आठ पंचायतों में प्रवेश कर गया है. हम प्रभावित इलाकों में सामुदायिक रसोई शुरू करने के आदेश देने सहित सभी उपाय कर रहे हैं. वहां चिकित्सा और पशु चिकित्सकों को तैनात किया जाएगा."

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'राहत पहुंचाने के लिए उठाए जा रहे कदम'

राज्य में बाढ़ की स्थिति पर बिहार के मंत्री मंगल पांडे का कहना है, "बिहार के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार सूबे में बाढ़ की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए उचित कदम उठा रही है. बाढ़ प्रभावित लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके साथ ही लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाएं भी मुहैया करवाई जा रही हैं.

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