
Mi 17V5 Helicopter Crash: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को वायुसेना का Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर क्रैश कर गया. इस हादसे में सीडीएसी जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का निधन हो गया. चिंता की बात ये है कि जो हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, वो कोई आम हेलीकॉप्टर नहीं था, बल्कि दुनिया के सबसे बेहतरीन चौपर में से एक था. इस एंडवास्ड मिलिट्री ट्रांसपोर्ट चौपर को वायुसेना में 2012 में शामिल किया गया था.
क्या-क्या खासियत है इसमें?
- इसे रूसी हेलीकॉप्टर कंपनी कजान हेलीकॉप्टर्स ने बनाया है. इस हेलीकॉप्टर में ऑनबोर्ड वेदर रडार और लेटेस्ट जेनरेशन की नाइट विजन डिवाइस लगी है. हालांकि, पिछले एक दशक में Mi-17 V5 कई हादसों का शिकार हो चुका है.
- इस हेलीकॉप्टर का सबसे ज्यादा टेकऑफ वजन 13,000 किलोग्राम है. ये 36 सशस्त्र सैनिकों को एक साथ ले जाने में सक्षम है. साथ ही 4,500 किलो का भार ले जा सकता है. इसमें PKV-8 ऑटोपायलट सिस्टम और KNEI-8 एवियोनिक्स सूइट भी है.
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- Mi-17V-5 हेलिकॉप्टर में शट्रूम मिसाइल, एस-8 रॉकेट, एक 23mm मशीन गन, पीकेटी मशीन गन और एकेएम सब-मशीन गन से लैस है. इसमें हथियारों को निशाना बनाने के लिए आठ फायरिंग पोस्ट हैं. इस हेलीकॉप्टर से दुश्मनों, बख्तरबंद वाहनों, भूमि-आधारित लक्ष्यों, अग्नि चौकियों और गतिमान लक्ष्यों को निशाना बना सकता है.
- इसके सीलबंद ईंधन टैंक में फोम पॉलीयूरेथेन से भरे हुए हैं और यह विस्फोटों से सुरक्षित हैं. हेलिकॉप्टर में इंजन-एग्जॉस्ट इंफ्रारेड (IR) सप्रेसर्स, एक फ्लेयर्स डिस्पेंसर और एक जैमर शामिल हैं. ये हेलिकॉप्टर 6,000 मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. ये अधिकतम 250 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.
2008 में की थी भारत ने डील
भारत ने रेस्क्यू ऑपरेशन और ट्रांसपोर्ट ऑपरेशंस को मजबूती देने के लिए 2008 में रूस के साथ 80 Mi-17 V5 मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर खरीदने की डील की थी. बाद में 151 हेलिकॉप्टर की खरीद पर सहमति बनी. इस हेलिकॉप्टर की पहली खेप सितंबर 2011 में भारत पहुंची. फरवरी 2012 में भारतीय वायुसेना ने इस हेलीकॉप्टर को अपने बेड़े में शामिल किया.