
पश्चिम बंगाल में बीरभूम के रामपुरहाट पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गुरुवार को अपनी ही पुलिस पर निशाना साधा और कहा कि अगर पुलिस समय पर पहुंच जाती तो ही ऐसी घटना नहीं होती. जो पुलिस वाले जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. इसके अलावा बगतुई गांव के टीएमसी ब्लॉक प्रेसिडेंट अनारुल हुसैन को गिरफ्तार करने के आदेश दिए. इसके कुछ देर बाद ही रामपुरहाट के थाना प्रभारी त्रिदीप प्रमाणिक को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया और टीएमसी नेता हुसैन को अरेस्ट कर लिया गया.
रामपुरहाट का रहने वाला अनारुल हुसैन कभी कांग्रेस का नेता था, उसके बाद वह टीएमसी में शामिल हो गया. उसे विधानसभा के डिप्टी स्पीकर आशीष बनर्जी का करीबी माना जाता है, जो बीरभूम से विधान सभा के सदस्य हैं. अनारुल टीएमसी का ब्लॉक अध्यक्ष है, जो बागतुई गांव की राजनीतिक पर कंट्रोल रखता है.
पीड़ितों ने कथित तौर पर सीएम ममता बनर्जी को बताया कि जब उनके घरों में आग लगाई गई, तो स्थानीय लोग फोन पर अनारुल तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया. पुलिस इस बात की जांच करेगी कि वह घटना के बारे में पुलिस को सूचित करने से क्यों हिचक रहा था?
5 लाख रुपए प्रति व्यक्ति मुआवजा
इसके अलावा ममता बनर्जी ने आज रामपुरहाट कांड में मारे गए लोगों के लिए 5 लाख रुपए प्रति व्यक्ति मुआवजे का भी ऐलान किया. साथ ही जिनके घर जले हैं, उनको 2 लाख रुपए मरम्मत के लिए भी दिए. ममता बनर्जी गांव से सीधे अस्पताल पहुंचीं और घायलों का हालचाल जाना. इसके बाद वो कोलकाता के लिए रवाना हो गईं.
तोरण द्वार पर विवाद शुरू
हालांकि, बीरभूम पहुंचने से पहले ही कई जगहों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के स्वागत के लिए तोरण द्वार लगे दिखाई दिए, जिस पर विवाद शुरू हो गया है. बीजेपी और विरोधियों ने इसे आड़े हाथों लेते हुए ममता पर हमला शुरू कर दिया है.
बीजेपी और कांग्रेस का केंद्रीय दल भी पहुंचा
उधर, आज घटनास्थल पर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल और बीजेपी का केंद्रीय दल भी पहुंचा. लेकिन दोनों को यहां तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी और बाधाओं का सामना करना पड़ा. अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधि दल को पुलिस ने सुरक्षा का हवाला देते हुए बोलपुर में रोक दिया. लगभग 2 घंटे तक यहां रोके रखने के बाद पुलिस ने अधीर रंजन चौधरी को घटनास्थल तक जाने की इजाजत दी. वहीं, बीजेपी केंद्रीय दल को बीरभूम के सैंथिया में टीएमसी समर्थकों ने रोक दिया था.
राज्यपाल और मुख्यमंत्री की तनातनी
इस मामले में राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ मुख्यमंत्री ममता सरकार की जबरदस्त तनातनी शुरू हो गई है. दरअसल, राज्यपाल ने घटना को बेहद शर्मनाक बताया था और राज्य सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था. आज तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का एक दल गृह मंत्री अमित शाह से मिला और राज्यपाल को हटाने की मांग की गई. वहीं, राज्यपाल ने आज फिर घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा, राज्यपाल पर पत्थर उछलने या गाली देने से कुछ नहीं होगा, सरकार को सही दिशा में काम करना होगा.
हाईकोर्ट में सुनवाई खत्म
इस बीच, आज कोलकाता हाई कोर्ट में रामपुरहाट मामले की सुनवाई का दूसरा दिन रहा. जहां पर राज्य सरकार की ओर से मामले की केस डायरी और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट अदालत को सौंपी गई. कोलकाता हाईकोर्ट ने स्वत स्फूर्त मामले का संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू की थी. हाईकोर्ट में रामपुरहाट मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है. बाद में इसे वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा.
विधानसभा में बीजेपी का हंगामा
आज विधानसभा में भी बीजेपी विधायकों की ओर से हंगामा किया गया और वॉकआउट किया गया. नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में बीजेपी विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया गया.
लखीमपुर खीरी की घटना पर क्यों चुप थे PM: टीएमसी
बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के जवाब में टीएमसी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जुबानी हमला बोल दिया. कोलकाता के मेयर और मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना के बाद प्रधानमंत्री क्यों चुप रहे? इसका जवाब दें.
बंगाल इमाम एसोसिएशन ने की निंदा
हालांकि, ममता सरकार जितना भी हमलावर रुख तय करे लेकिन अपने ही घर में घिरती जा रही है. आज बंगाल इमाम एसोसिएशन की ओर से रामपुरहाट की घटना को सदमा पहुंचाने वाला जैसा बताया गया और साथ ही नाम लिए बगैर बीरभूम के बाहुबली टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई है. साथ ही बंगाल इमाम हुसैन की ओर से ममता बनर्जी को भी इस घटना की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया गया है.
ममता का बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा
रामपुरहाट हिंसा मामले में चौतरफा घिरीं ममता बनर्जी ने आज फिर मामले के पीछे बड़े षड्यंत्र और बाहरी तत्वों के शामिल होने का शक जताया है. लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से मामले के पीछे कोई ठोस मकसद का खुलासा नहीं किया गया.
(सूर्याग्नि राय और रितिक मंडल के साथ अनुपम मिश्र की रिपोर्ट)