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'मुंबई बैठक में प्लान, सनातन का अपमान...', बीजेपी ने सोनिया-लालू और अखिलेश की चुप्पी पर उठाए सवाल

सनातन के खिलाफ डीएमके नेताओं की बयानबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही है. बीजेपी ने अब इस मुद्दे पर कांग्रेस और 'INDIA' गठबंधन को घेरने शुरू कर दिया है. बीजेपी ने इस मुद्दे पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू यादव और अखिलेश यादव की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.

सनातन मुद्दे पर बीजेपी ने सोनिया, लालू पर उठाए सवाल सनातन मुद्दे पर बीजेपी ने सोनिया, लालू पर उठाए सवाल
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 12 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 4:11 PM IST

सनातन के अपमान के मुद्दे पर बीजेपी ने कांग्रेस और 'INDIA' गठबंधन पर तीखा हमला बोला है. इतना ही नहीं बीजेपी ने आरोप लगाया है कि मुंबई में 'INDIA' गठबंधन की बैठक में बनी रणनीति के बाद विपक्षी नेता सनातन पर बयानबाजी कर रहे हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर पूछा कि सोनिया और राहुल गांधी बताएं कि मोहब्बत की दुकान के नाम पर सनातन धर्म के खिलाफ नफरत का सामान क्यों बेचा जा रहा है? तो वहीं, बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि सनातन को बदनाम करने के लिए इंडिया गठबंधन बना है. विशंकर ने सनातन के मुद्दे पर सोनिया गांधी, लालू यादव और अखिलेश यादव की चुप्पी पर भी सवाल उठाए. 

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जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, I.N.D.I.A गठबंधन की मुंबई बैठक के दो दिन बाद उदयनिधि स्टालिन का बयान आना, फिर प्रियांक खड़गे का सनातन पर आघात और आज DMK के मंत्री द्वारा ये स्वीकार करना कि गठबंधन का गठन ही सनातन धर्म के विरोध में किया गया था, यह सोनिया गांधी, राहुल और कांग्रेस की एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है. 

 


उन्होंने कहा, कांग्रेस और I.N.D.I.A को इस बयान पर अपना मत स्पष्ट करना चाहिए, इनको बताना चाहिए कि क्या संविधान में किसी धर्म के बारे में आपत्तिजनक बयान देने का अधिकार है ? I.N.D.I.A के लोगों को क्या संविधान के प्रावधानों की जानकारी नहीं है ? I.N.D.I.A कांग्रेस, सोनिया और राहुल बताएं मोहब्बत की दुकान के नाम पर सनातन धर्म के खिलाफ नफरत का सामान क्यों बेचा जा रहा है ? यह नफरत का मेगा मॉल सिर्फ सत्ता के लिए है- बांटो और राज करो. 

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सनातन का अपमान 'INDIA' का एजेंडा- बीजेपी

रविशंकर प्रसाद ने कहा, सनातन धर्म के ऊपर घमंडिया गंठबंधन के लोग ऐसे ऐसे सवाल कर रहे हैं. इस मुद्दे पर हमने सोनिया गांधी से सवाल पूछा था. राहुल गांधी और प्रियंका से भी सवाल किया था. लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया. उन्होंने कहा, तमिलनाडु में शिक्षा मंत्री हैं, उनका बयान आया है. उन्होंने कहा, INDIA गठबंधन का गठन ही सनातन को खत्म करने के लिए हुआ है. 

उन्होंने कहा, बीजेपी पूछना चाहती है कि क्या गठबंधन का एजेंडा ही सनातन का विरोध करना है. हम कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि क्या किसी और धर्म पर बोलने की हिम्मत है. ये लोग वोट बैंक के लिए सनातन पर बोल रहे हैं. लेकिन दूसरे धर्म पर चुप हैं. सोनिया गांधी इस पर खामोश क्यों हैं?

रविशंकर ने दावा किया कि कांग्रेस का एक भी बड़ा नेता रामजन्मभूमि का दर्शन करने नहीं गया. उन्होंने कहा, हम सोनिया गांधी को भाजपा की तरफ से साफ साफ बताना चाहते हैं कि हिंदुस्तान सनातन का अपमान नहीं सहेगा. हिंदू आस्था का अपमान नहीं सहेगा. 

लालू यादव-अखिलेश चुप क्यों?

बीजेपी सांसद ने कहा, लालू मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर गए थे. वहां उन्होंने टीका भी लगाया था. लेकिन अब I.N.D.I.A के नेता सनातन धर्म पर कुठाराघात कर रहे हैं तो सब चुप क्यों हैं? अखिलेश यादव चुप क्यों हैं. आज लोग वेदों की बात कर रहे हैं. ऋग्वेद कहता है - 'सत्य एक है. धर्म शाश्वत है, शाश्वत है. मैं फिर पूछूंगा कि सोनिया गांधी आप चुप क्यों हैं? आपकी चुप्पी सनातन के विरोध की सहमति का संकेत है.

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उद्धव पर भी साधा निशाना

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, सनातन विरोध इस तथाकथित घमंडिया गंठबंधन का संकल्प है. उद्धव ठाकरे कहते हैं कि अगर प्रभु राम के मंदिर का उद्घाटन होगा तो गोधरा जैसा नरसंहार हो जाएगा. इसका क्या मतलब है? ऐसी बात स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे के बेटे कह रहे हैं, जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में देश में नई ऊंचाई और साहस का परिचय दिखाया. 

सनातन पर क्यों छिड़ा सियासी घमासान

दरअसल, ये पूरा सियासी बवाल उदयनिधि के बयान से शुरू हुआ. उदयनिधि पिछले दिनों सनातन उन्मूलन सम्मेलन शामिल होने पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा था, सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है. 

उदयनिधि के बाद उनकी पार्टी के सांसद ए राजा उनसे भी एक कदम आगे निकले. उन्होंने कहा, सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था. उन्होंने कहा, सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए. जबकि उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया से की है. ए राजा ने कहा, सनातन की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए.

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अब तमिलनाडु सरकार में DMK मंत्री पोनमुडी का नया बयान सामने आया है. ये उत्तर भारत में INDIA गठबंधन की मुसीबत बढ़ा सकता है. दरअसल, पोनमुडी ने 'इंडिया' गठबंधन को सनातन विरोधी बताते हुए कहा कि इसका गठन ही समानता की स्थापना, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा,  पुरुषों और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए हुआ है. उन्होंने कहा, गठबंधन इंडिया बाकी बातों पर तो मतभेद हो सकता है लेकिन सनातन विरोध पर कोई मतभेद नहीं है.

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