
हैदराबाद की गोशमहल सीट से विधायक टी. राजा सिंह चर्चा में हैं. उन पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप है. टिप्पणी करने पर विवाद बढ़ा तो बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया. राजा सिंह के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है. उन्हें गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन कुछ ही घंटों बाद जमानत भी मिल गई.
राजा सिंह तेलंगाना में बीजेपी के उन 5 विधायकों में से एक हैं, जो 2018 में टीआरएस की लहर के बावजूद जीतने में कामयाब रहे थे. राजा सिंह पर अक्सर मुस्लिमों के खिलाफ जहर उगलने के आरोप लगते रहे हैं. उनके खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के कई केस दर्ज हैं.
अब एक बार फिर राजा सिंह पैगंबर पर विवादित टिप्पणी कर चर्चा में आए हैं. राजा सिंह ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी की. इसी वीडियो में उन्होंने कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी और उनकी मां को लेकर भी टिप्पणी की थी.
राजा सिंह का ये वीडियो सामने आने के बाद बवाल खड़ा हो गया. हैदराबाद के दर्जनों पुलिस थानों के बाहर भीड़ जुट गई और उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगी. शिकायत दर्ज होने पर मंगलवार सुबह राजा सिंह को गिरफ्तार भी किया गया. लेकिन अदालत में उनके वकील ने दलील दी कि गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने नोटिस नहीं दिया था. लिहाजा कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी.
कुछ दिन पहले ही हैदराबाद में मुनव्वर फारूकी का शो होना था. इस पर राजा सिंह ने धमकाते हुए कहा था कि अगर शो हुआ तो वो वेन्यू की कुर्सियां जला देंगे. इस धमकी के बाद उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया था.
कौन हैं राजा सिंह?
राजा सिंह का जन्म 15 अप्रैल 1977 को हैदराबाद में हुआ था. उनकी पत्नी का नाम ऊषा बाई है. उनके तीन बेटे और एक बेटी है.
42 साल के राजा सिंह ने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी. वो 2009 से 2014 तक ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में कॉर्पोरेटर थे.
राजा सिंह 2014 के चुनाव से पहले टीडीपी छोड़कर बीजेपी में आ गए. 2014 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव जीता. उसके बाद 2018 में भी वो गोशमहल से चुनाव जीतने में कामयाब रहे.
2015 में राजा सिंह एक पुलिस कॉन्स्टेबल के साथ बदसलूकी कर विवादों में आ गए थे. उनका वीडियो वायरल हुआ था. शादी समारोह में जब पुलिस ने रात के 2 बजे बीजेपी नेता को तेज आवाज में म्यूजिक बनाने से रोका, तो राजा सिंह ने पहले तो उसके साथ गाली-गलौज की और फिर धक्का-मुक्की की. इस मामले में उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था.
राजा सिंह खुद को 'गौ सेवक' बताते हैं. 2016 में जब हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी में बीफ फेस्टिवल होना था, तब उन्होंने धमकी दी थी कि गौ माता के लिए वो 'मरने और मारने' के लिए भी तैयार हैं.
17 पुलिस थानों में 43 केस दर्ज
2018 के विधानसभा चुनाव के समय राजा सिंह ने एफिडेविट में अपने ऊपर 43 केस दर्ज होने की बात बताई थी. ये केस तेलंगाना के 16 पुलिस थानों में दर्ज हैं. उनके खिलाफ सुल्तान बाजार, सैफाबाद, रेन बाजार, राजापेट, मंगलहाट, हबीब नगर, चारमीनार, डबीरपुरा और अफजलजंग समेत कई थानों में एफआईआर दर्ज हैं. एक केस कोलकाता में भी दर्ज है.
राजा सिंह पर दंगे भड़काने, भड़काऊ बयानबाजी करने और खतरनाक हथियार रखने और हत्या की कोशिश जैसे मामलों में केस दर्ज हैं. राजा सिंह की छवि एंटी-मुस्लिम नेता की रही है. उन पर मस्जिदों पर हमला करने की कोशिश और मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी के आरोप भी हैं. इसके अलावा, उन पर बिना अनुमति रैली और यात्रा निकालने के मामले भी दर्ज हैं.
2017 में डबीरपुरा थाने में उनके ऊपर एक केस दर्ज हुआ था. उन पर भड़काऊ बयानबाजी का आरोप था. ये केस तब दर्ज हुआ था, जब उन्होंने कथित तौर पर राम मंदिर का निर्माण रोकने की कोशिश करने वालों का 'सिर काटने' की धमकी दी थी. इसी साल उन्होंने राजापेट में उन्होंने हनुमान शोभा यात्रा निकाली थी. इस यात्रा की पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी. इस रैली में उन्होंने भड़काऊ बयानबाजी की थी.
फेसबुक ने बताया था 'खतरनाक'
राजा सिंह उन नेताओं में हैं जो अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं. अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर 2020 में फेसबुक ने उन्हें 'खतरनाक व्यक्ति' बताते हुए अपने सभी प्लेटफॉर्म से बैन कर दिया था.
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों को गोली मार देनी चाहिए. इसमें उन्होंने मुस्लिमों को देशद्रोही बताया था. साथ ही मस्जिदों को तोड़ने की धमकी दी थी.
इसी साल अप्रैल में रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान भड़काऊ भाषण और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप में हैदराबाद पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था. इस यात्रा में उन्होंने 'भारत जल्द ही हिंदू राष्ट्र बनेगा' गाना भी गाया था.
अब जब पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने पर उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ है, तो उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना में रामभक्तों का सम्मान नहीं किया जाता, जबकि जो लोग हिंदुओं का मजाक उड़ाते हैं, वो खुलेआम घूम रहे हैं.