
लद्दाख (Ladakh) से बीजेपी (BJP) सांसद(MP) जामयांग सेरिंग नामग्याल (Jamyang Tsering Namgyal) ने सोशल मीडिया पर सैलानियों द्वारा लद्दाख के पर्यटन स्थलों पर फेंके गए कूड़े पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लद्दाख हमारा घर है कूड़ेदान नहीं.
दरअसल, कोविड-19 की लहर जैसे ही कमजोर पड़ी लंबे वक्त से घरों में कैद रहे लोग आनन-फानन में पर्यटन स्थलों पर पहुंचने लगे हैं. तीसरी लहर के खतरे से अनजान सैलानी हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों की ओर निकल पड़े हैं. महामारी का खतरा तो बरकरार है ही लेकिन सैलानियों की भीड़ जाने अनजाने ऐसी हरकतें भी कर रही है जिससे स्थानीय लोगों में भी नाराजगी सामने आने लगी है. पिछले कुछ दिनों में भारी संख्या में पर्यटक लद्दाख की ओर भी रवाना हुए हैं लेकिन पर्यटकों द्वारा यहां-वहां कूड़ा कचरा फैलाए जाने को लेकर स्थानीय सांसद ने नाराजगी जताई है.
लद्दाख से बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने सोशल मीडिया पर सैलानियों द्वारा फैलाए गए कूड़े कचरे की तस्वीरें साझा करते हुए अपील की है कि लद्दाख उनका घर है, सैलानियों का कूड़ेदान नहीं. नामग्याल ने लद्दाख आने वाले पर्यटकों का स्वागत तो किया है लेकिन साथ ही लोगों से अनुरोध भी किया है कि वह यहां वहां कूड़ा कचरा ना फैलाएं क्योंकि यह हमारा घर है सैलानियों का कूड़ेदान नहीं.
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स्थानीय सांसद ने पर्यटकों से अपील की है कि वो लद्दाख की समृद्ध संस्कृति, सुंदर प्रकृति और उज्ज्वल भविष्य का सम्मान करें. इसे हमेशा अपने दिल और दिमाग में रखें. देश के दूसरे कई पर्यटन स्थलों पर भी ऐसे ही तस्वीरें लोगों ने सोशल मीडिया पर साझा की है जहां बड़ी संख्या में पहुंचे पर्यटकों ने बोतलें प्लास्टिक की थैलियां और दूसरा कूड़ा कचरा जहां-तहां फेंक दिया है इससे पर्यटक स्थलों की खूबसूरती पर न सिर्फ धब्बा लगता है बल्कि स्थानीय पर्यावरण पर भी उसका को पभाव पड़ता है.