
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई आरोप लगाए. इसको लेकर झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर राहुल गांधी के खिलाफ सदन की अवमानना के तहत कार्रवाई करने की मांग की है.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन (Breach of privilege) और सदन की अवमानना (contempt of House) की कार्यवाही रूल 223 के तहत शुरू करने की मांग की है. निशिकांत दुबे ने स्पीकर को लिखे पत्र में कहा है कि कल राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी के खिलाफ जो आरोप लगाए हैं, उनसे सम्बंधित प्रमाण सदन में नहीं रखे हैं. इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
निशिकांत दुबे ने कहा कि संसद के नियमों के मुताबिक, अगर आपको शिकायत दर्ज करनी है तो आपको नोटिस देना होगा. इसके साथ ही उन्होंने कि मैंने कभी भी व्यक्तिगत रूप से राहुल गांधी या उनके परिवार पर हमला नहीं किया है. मैं बिना दस्तावेजी साक्ष्य के कभी किसी सदस्य पर आरोप नहीं लगाता.
बीजेपी सांसद ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान बंदरगाह का पहला लाइसेंस चिमनभाई पटेल ने दिया था. मैंने कल स्पीकर को बताया कि सभी आरोपों के सबूत दिए जाने चाहिए. अगर 7 दिन में सबूत नहीं दिए तो राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. राहुल गांधी अपनी सदस्यता खो सकते हैं, पीएम एक वास्तविक सदस्य हैं और यदि आप संसद के एक साथी सदस्य पर आरोप लगाते हैं तो उचित दिशा-निर्देश हैं. अगर संविधान आपको अधिकार देता है तो कर्तव्य भी हैं, अगर आप सबूत नहीं देते हैं तो आप सदस्यता खो सकते हैं.
भ्रष्टाचार की होती है JPC जांच: बीजेपी सांसद
दुबे ने कहा कि अगर अडानी ने पीएम के विमान में सफर किया तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. मैं कांग्रेस का इतिहास भी जानता हूं. उन्होंने किस निगम को बढ़ावा दिया. मैंने स्पीकर को नोटिस नहीं दिया था कि मैंने कांग्रेस पर आरोप क्यों नहीं लगाया. संसद में जो हो रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. टीएमसी सदस्य संसद में गाली दे रही हैं. कांग्रेस को अडानी पर चर्चा करने से कोई रोक नहीं रहा है और न ही कोई चर्चा से भाग रहा है. कांग्रेस सरकार के समय में बिड़ला, डालमिया, टाटा ने भी ये सब किया था. आम आदमी को बड़ा नहीं बनने दिया गया और एक आम आदमी का बड़ा बिजनेसमैन बन जाना उन्हें बर्दाश्त नहीं है. आप जेपीसी जांच क्या करेंगे, क्या अडानी ने ऋण पर चूक की है जब वे सरकार या बैंकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं तो आप क्या जांच करेंगे? जेपीसी जांच के लिए भ्रष्टाचार होना चाहिए.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर लगाए थे आरोप
बता दें कि मंगलवार को राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी के साथ संबंधों को लेकर कई सवाल उठाए थे. इस दौरान राहुल गांधी ने पुरानी तस्वीरें भी निकाली थीं. हालांकि इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को टोका और कहा कि ऐसा उचित नहीं है. स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन में पोस्टरबाजी नहीं होनी चाहिए. ओम बिरला ने इस पर सत्ता पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये भी राजस्थान के पोस्टर लाए हैं.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि ये पोस्टर नहीं है. उन्होंने कहा कि ये मोदीजी की पुरानी तस्वीर है जिसमें उनका चेहरा बहुत अच्छा दिख रहा है और पीछे अडानी भी है. वे अडानी के प्लेन में सवार हो रहे हैं तब की तस्वीर है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि 2014 में जो अडानी दुनिया के अमीरों की सूची में 609वें नंबर पर थे, मोदीजी के दिल्ली आने के बाद शुरू हुए मैजिक के कारण इतने कम समय में दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए.
इजराइल के रक्षा सौदा का भी जिक्र
राहुल गांधी ने सरकार पर नियमों में बदलावर कर मुनाफे वाले एयरपोर्ट्स अडानी को सौंपने का आरोप लगाया और ये भी कहा कि पीएम के इजराइल जाने के तुरंत बाद अडानी को डिफेंस सेक्टर का भी टेंडर मिल गया. जहाजों के मेंटेनेंस और स्माल आर्म्स का टेंडर भी अडानी को मिल जाता है. भारत और इजराइल का पूरा का पूरा रक्षा सौदा अडानीजी को मिल जाता है.