
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत में हुए चुनाव में विदेशी दखल था. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी को 'विदेशी एजेंसियों के टूल' करार देते हुए आरोप लगाया कि वह भारत के चुनावों को प्रभावित करने की वैश्विक साजिश का हिस्सा हैं.
ट्रंप ने अपने बयान में दावा किया कि अमेरिका में पिछली जो बाइडेन सरकार ने भारत में मतदाता भागीदारी बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर (करीब 175 करोड़ रुपये) की सहायता दी थी, जो संभवतः किसी और को चुनाव जिताने के लिए किया गया प्रयास था.
इसे लेकर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा कि ट्रंप के बयान से यह साबित हो गया है कि भारत में चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने की साजिश रची गई.
अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले मार्च 2023 में राहुल गांधी लंदन में थे और उन्होंने अमेरिका और यूरोप से भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की अपील की थी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने खुद को उन वैश्विक ताकतों के साथ जोड़ लिया है, जो भारत के रणनीतिक और भू-राजनीतिक हितों को कमजोर करना चाहते हैं. वह विदेशी एजेंसियों के उपकरण की तरह काम कर रहे हैं.
अमित मालवीय ने शेयर किया वीडियो
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी का 2023 में लंदन में दिए गए भाषण का एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें राहुल गांधी यह कहते सुने जा सकते हैं कि 'हैरानी की बात यह है कि अमेरिका और यूरोपीय देश, जो खुद को लोकतंत्र के रक्षक मानते हैं, भारत में लोकतंत्र के कमजोर होने पर चुप हैं, ये केवल भारत की लड़ाई नहीं है, बल्कि एक वैश्विक लड़ाई है.' बीजेपी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर भारत की छवि खराब करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस की प्रतिक्रिया, सरकार से मांगा श्वेत पत्र
डोनाल्ड ट्रंप के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने मोदी सरकार से USAID की फंडिंग को लेकर श्वेत पत्र (White Paper) जारी करने की मांग की है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि USAID इन दिनों चर्चा में है, यह एजेंसी 3 नवंबर 1961 को बनाई गई थी. अमेरिका के राष्ट्रपति के दावे पूरी तरह बेतुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भारत सरकार को एक श्वेत पत्र जारी कर स्पष्ट करना चाहिए कि USAID ने अब तक किन सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं को फंडिंग दी है.
ट्रंप ने क्या कहा था?
डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी सरकार समर्थित एक सम्मेलन में कहा कि हमें भारत में मतदाता भागीदारी बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर खर्च करने की क्या जरूरत थी? मेरा मानना है कि वे (बाइडेन प्रशासन) किसी और को जिताने की कोशिश कर रहे थे. हमें भारत सरकार को इस बारे में बताना चाहिए. यह एक बड़ा खुलासा है.