
अरुणाचल प्रदेश में गुरुवार सुबह क्रैश हुए आर्मी के हेलिकॉप्टर 'चीता' के दोनों पायलटों की मौत हो गई है. आर्मी के अधिकारियों की तरफ से इसकी पुष्टि कर दी गई है. दरअसल, सुबह लगभग 09:15 बजे इस हेलिकॉप्टर ने अरुणाचल प्रदेश के बोमडिला के पास से ऑपरेशनल उड़ान भरी थी.
उड़ान के कुछ देर बाद ही हेलिकॉप्टर का एटीसी से संपर्क टूट गया औऱ बाद में ये बोमडिला के पश्चिम में मंडला के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सूचना मिलने पर पायलटों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसके कुछ घंटों बाद दोनों पायलटों के शव बरामद हुए हैं. फिलहाल अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं. साथ ही मृतक पायलटों के शवों को अस्पताल भेजा गया है.
जानकारी के मुताबिक एक लेफ्टिनेंट और एक मेजर को लेकर हेलिकॉप्टर असम के सोनितपुर जिले के मिसामारी की ओर जा रहा था. न्यूज एजेंसी के मुताबिक लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि हेलीकॉप्टर का सुबह करीब सवा नौ बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से संपर्क टूट गया. यह बोमडिला के पश्चिम में मांडला के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ. घटनास्थल पर तलाश दलों को भेजा गया.
वहीं विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआईसी) के पुलिस अधीक्षक रोहित राजबीर सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर को दिरांग में देखा और जिले के अधिकारियों को सूचित किया. दिरांग के बंगजालेप के ग्रामीणों ने दोपहर करीब 12.30 बजे हेलिकॉप्टर का पता लगाया. जिसमें आग लगी हुई थी.
यह पहली बार नहीं है जब अरुणाचल प्रदेश में चीता हेलिकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुआ हो, अक्टूबर 2022 में भी तवांग में इसी तरह का हादसा हुआ था. तब आर्मी का चीता हेलिकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इसमें सवार दो पायलटों में से एक की मौत हो गई थी. जिस पायलट की इस दुर्घटना में मौत हुई थी, उसका नाम कर्नल सौरभ यादव था.