
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने खुद पर लगाए गए पहलवानों के आरोपों पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए हैं वो सारे बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे जनता की वजह से पद मिला है. उन्होंने सवाल पूछा कि अखाड़े में एक ही परिवार क्यों है? ये खिलाड़ियों का धरना नहीं हैं मैं तो बहाना हूं, निशाना कोई और है. सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है.'
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अगर इन पहलवानों के पुराने बयानों को सुनेंगे तो जनवरी में इन्होंने मांग की थी कि बृजभूषण शरण सिंह अपने पद से इस्तीफा दें... इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन अपराधी बनकर के नहीं दूंगा. मैं अपराधी नहीं हूं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'पहले इनकी मांग थी कि एफआईआर की जाए, चलिए इनकी मांग स्वीकार हो गई और अब एफआईआर हो गई. अब ये कहते हैं कि जेल के अंदर होना चाहिए, सारे पदों से इस्तीफा देना चाहिए. तो मुझे ये जो लोकसभा का पद मुझे मिला है, वो विनेश फोगाट ने नहीं दिया है बल्कि जनता ने दिया है. एक बार-नहीं बल्कि 6-6 बार दिया है, मुझे ही नहीं मेरी पत्नी को भी दिया है. कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद भी उन्होंने नहीं दिया है, चुनाव लड़कर जीता हूं.'
यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर खिलाड़ियों पर सवाल करते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा, 'एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों? हरियाणा, हिमाचल के,महाराष्ट, कर्नाटक, तमिलनाडु या देश के अन्य प्रांतों के खिलाड़ी क्यों आरोप नहीं लगा रहे हैं? केवल इनके साथ ही यौन उत्पीड़न क्यों होता है? हरियाणा का एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा विरोध कर रहा है, बांकि हरियाणा का 90 फीसदी खिलाड़ी और गॉर्जियन बृजभूषण सिंह के साथ है. क्योंकि मैंने काम किया है.'
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन मैं अपराधी नहीं हूं. अगर मैं इस्तीफा देता हूं तो इसका मतलब होगा कि मैंने उनके (पहलवानों) आरोपों को स्वीकार कर लिया है. मेरा कार्यकाल लगभग समाप्त हो गया है. सरकार ने 3 सदस्यीय समिति बनाई है और चुनाव 45 दिनों में होंगे और चुनाव के बाद मेरा कार्यकाल समाप्त हो जाएगा.'
बता दें कि जंतर-मंतर पर धरने पर बैठी महिला पहलवानों की शिकायत के बाद कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है. उनके खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें एक पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज है. दरअसल, 21 अप्रैल को एक नाबालिग समेत सात महिला रेसलर ने दिल्ली पुलिस के पास यौन शोषण की शिकायत की थी, लेकिन मामले में FIR दर्ज नहीं हुई. इसके बाद पहलवान धरने पर बैठ गए.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद पहलवानों ने प्रेस कांफ्रेंस में साफ कह दिया था कि बृजभूषण कि गिरफ्तारी तक उनका धरना खत्म हनीं होगा. इस दौरान विनेश फोगाट ने कहा था कि हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है. बृजभूषण सिंह को सभी पदों से हटाया जाए, वह अपने पदों का दुरुपयोग कर सकते हैं. हमें किसी भी कमेटी या कमेटी के सदस्य पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ FIR तक नहीं थी. लड़ाई बृजभूषण सिंह को को सजा दिलाने की है. बृजभूषण सिंह को जेल में डाला जाए. उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी से अपील करती हूं कि नैतिक आधार पर बृजभूषण को सभी पदों से बर्खास्त किया जाना चाहिए.