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बांग्लादेशी बॉर्डर पर तस्करों ने फिर किया अटैक, BSF जवानों ने दिया करारा जवाब

पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश के साथ लगने वाली सीमाओं पर बीएसएफ जवानों पर हमले हो रहे हैं. तस्कर लगातार जवानों पर जानलेवा हमले कर रहे हैं. जवानों को आत्मरक्षा में गोलीबारी करनी पड़ती है लेकिन तस्कर भाग निकलते हैं. इस बारे में बांग्लादेशी गार्ड्स को सूचित भी किया गया लेकिन अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है.

बीएसएफ (Representative Image) बीएसएफ (Representative Image)
अनुपम मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2024,
  • अपडेटेड 8:37 PM IST

पश्चिम बंगाल में बीएसएफ जवानों पर एक और हमले की घटना सामने आई है. इस बार हमला भारत-बांग्लादेश सीमा के पास उत्तर 24 परगना में हुआ है. जवानों ने करीब 11.50 बजे बांग्लादेशी तस्करों की कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी थी, जो अवैध रूप से बीएसएफ नियंत्रण रेखा पार करके भारत में घुस आए थे. इसी दौरान कुछ और तस्कर सिर पर सामान लेकर भारतीय सीमा की तरफ से आगे बढ़े थे. एक जवान ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन तस्करों ने अपने हाथों में धारदार हथियार लिया हुआ था, जिससे जवान पर हमला कर दिया.

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दरअसल, बीएसएफ जवान ने तस्करों की ओर दौड़कर उन्हें रुकने के लिए ललकारा, लेकिन तस्करों ने हाथों में धारदार चाकू, लोहे की रॉड और डंडे लेकर जवान को धमकाया और जबरन भारतीय सीमा में घुस गए. इस समय जब जवान तस्करों की तरफ दौड़े तो वह गिर गए और तभी तस्करों ने उनपर जानलेवा हमला करने की कोशिश की. तभी जवान ने आत्मरक्षा में बांग्लादेशी तस्करों की तरफ दो राउंड फायरिंग की.

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गोलीबारी के बाद भाग निकले तस्कर

पीएजी की फायरिंग की वजह से भारतीय तस्कर आम के बगीचे और आसपास के घरों का फायदा उठाकर भाग निकले, जबकि बांग्लादेशी तस्कर वापस बांग्लादेश भाग गए. इससे पहले मालदा से भी बीएसएफ जवान पर हमले की घटना सामने आई थी, जहां जवानों को आत्मरक्षा में स्टन ग्रेनेड और मिर्च ग्रेनेड दागने पड़े थे.

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बीएसएफ जवानों पर लगातार हो रहे हमले

पहली घटना 25 जून की रात पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत आने वाली सीमा चौकी के पास हुई थी. इसके अलावा, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत आने वाले सीमा चौकी टेंटुलबेरिया और सेक्टर मालदा में सीमा चौकी गोपालनगर में 70वीं बटालियन पर हमला हुआ था. यहां भी जवानों को आत्मरक्षा में स्टन ग्रेनेड और मिर्च ग्रेनेड दागने पड़े थे. वहीं 25 जून की रात कृष्णानगर के तहत 8वीं बटालियन पर झोरपड़ा सीमा चौकी पर जवानों पर जानलेवा हमला हुआ था.

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बांग्लादेशी गार्ड्स के साथ हुई बीएसएफ की बैठक

घटना के बाद बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड्स के साथ एक बैठक हुई, जिसमें बांग्लादेशी तस्करों द्वारा बिना उकसावे के किए गए जानलेवा हमले के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया गया. हमले और आत्मरक्षा में की गई गोलीबारी के संबंध में संबंधित थाने में एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.

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