
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया. बजट आने के बाद मेदांता के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डॉ. नरेश त्रेहन (Dr Naresh Trehan) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. आज तक के साथ खास बातचीत करते हुए नरेश त्रेहन ने कहा, स्वास्थ्य का बजट 18 फीसदी बढ़ाया गया है, लेकिन यह छोटा स्टेप है.
डॉक्टर त्रेहन ने कहा, अगर आप बजट को देखेंगे तो स्वास्थ्य सेवा का जिक्र बहुत कम है. 2-3 चीजें हमारी मदद करती हैं- एक है स्किलिंग पहल, जो तेज हो गई है, यह अच्छा है. हमे हेल्थ केयर सिस्टम में सहायता के लिए अच्छी स्किल वाले लोग चाहिए. महामारी के दौरान अस्पतालों ने काफी लोगों की जान को बचाया है. उसके लिए कुछ दिया जाना चाहिए था. डॉक्टर त्रेहन ने कहा, अस्पताल जो चीजें खरीदता है उस पर जीएसटी देता है, लेकिन वहां इलाज करवाने वाले मरीजों से यह नहीं लेता है, इस पर राहत देने की जरूरत थी.
डॉ. त्रेहन ने कहा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य रजिस्ट्री है, जो सभी को जुड़े रहने के लिए एक मंच प्रदान करती है ताकि यह पता चल सके कि हमारे बुनियादी ढांचे की स्थिति क्या है, स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की क्षमता क्या है. उन्होंने कहा कि बजट में एक मानसिक स्वास्थ्य पोर्टल का जिक्र किया गया है, जो निश्चित रूप से लोगों की मदद करेगा.
लेकिन इसके अलावा, इस बजट में अन्य मुद्दों में से किसी पर भी ध्यान नहीं दिया गया है. प्रमुख बात यह है कि 3-4 चीजें हैं, जिन्हें आगे बढ़ाने की जरूरत है. हमें इस तरह की घटनाओं (कोरोना वायरस महामारी) के फिर से होने पर बहुत अच्छी तरह से तैयार रहना होगा. इसलिए मजबूत बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है.