
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के विमान ने रविवार को दिल्ली से उड़ान भरने की कोशिश की और इसी दौरान इसमें तकनीकी खराबी आ गई. हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने एएनआई को बताया कि जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी आया कनाडाई प्रतिनिधिमंडल तब तक भारत में रहेगा जब तक कि इंजीनियरिंग टीम विमान की इस तकनीकी समस्या को ठीक नहीं कर लेती है.
पीएम मोदी के साथ की थी द्विपक्षीय बैठक
इससे पहले रविवार शाम को ही ट्रूडो ने पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी.जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जस्टिन ट्रूडो 8 सितंबर को दिल्ली पहुंचे थे.रविवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बैठक में कनाडा में खालिस्तानी उग्रवाद का मुद्दा प्रमुख विषयों में से एक था.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-कनाडा संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति सम्मान और लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित हैं. उन्होंने कनाडा में उग्रवादी तत्वों की जारी भारत-विरोधी गतिविधियों के बारे में हमारी कड़ी चिंताओं से अवगत कराया. ये तत्व अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं, भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं, राजनयिक परिसरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके पूजा स्थलों को धमकी दे रहे हैं.
ट्रुडो का बयान
बैठक के बाद एक प्रेस ब्रीफिंग में ट्रूडो ने कहा, 'हम हिंसा को रोकने और नफरत का विरोध करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं, कनाडा हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंतरात्मा की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा.ट्रूडो ने जलवायु परिवर्तन और नागरिकों के लिए विकास और समृद्धि के मुद्दों पर भारत को "कनाडा का एक महत्वपूर्ण भागीदार" भी कहा. कनाडाई प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमेशा बहुत काम करना होता है और हम इसे करना जारी रखेंगे.'