
कैश फॉर क्वेरी केस में महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए गए हैं. दुबे ने 21 अक्टूबर को भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल के पास महुआ की शिकायत दी थी.
निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया, 'लोकपाल ने आज मेरी शिकायत पर आरोपी सांसद महुआ के राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने पर CBI inquiry का आदेश दिया.'
महुआ का भी ट्वीट आया
सीबीआई जांच का आदेश आने पर महुआ ने भी ट्वीट किया. वह बोलीं, 'सीबीआई को पहले 13 हजार करोड़ के अडानी कोल स्कैम पर FIR दर्ज करनी चाहिए. कैसे गैर-भरोसेमंद अडानी फर्म भारतीय बंदरगाह खरीद रही हैं ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला है.' फिर सीबीआई का मेरे जूते गिनने के लिए स्वागत है.
क्या है मामला
बता दें कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा ने संसदीय आईडी का अपना लॉग-इन पासवर्ड शेयर किया था, जहां से किसी दूसरे शख्स ने व्यापारी गौतम अडानी को घेरने वाले सवाल संसद में उठाए.
निशिकांत दुबे ने दावा किया था कि महुआ मोइत्रा ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी को लोकसभा वेबसाइट का लॉगिन एक्सेस दिया था. इस बात की शिकायत दुबे ने IT मंत्री से की थी. इन आरोपों को महुआ ने गलत बताया था.
हालांकि, बाद में कारोबारी हीरानंदानी ने कुबूल किया था कि महुआ ने सवालों के लिए संसद का लॉगइन पासवर्ड दिया उनको दिया था.
इसके बाद एथिक्स कमेटी में मामले की सुनवाई हुई थी, लेकिन वहां हंगामा हो गया था. महुआ संग कमेटी की मीटिंग में शामिल विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया था कि कमेटी ने निजी सवाल पूछे इसके बाद उन्होंने मीटिंग का बहिष्कार किया. आरोप लगे कि महुआ से पूछा गया कि वह रात में किससे बात करती हैं? बाद में महुआ ने भी कहा था कि एथिक्स कमेटी उनसे गंदे सवाल पूछ रही थी और उनका 'चीरहरण' किया गया.