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लालू जाएंगे सिंगापुर...किडनी के इलाज के लिए विदेश जाने का रास्ता साफ

राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. किडनी की परेशानी से जूझ रहे लालू इलाज के लिए सिंगापुर जाना चाहते हैं, और अब उनका विदेश जाने का रास्ता साफ हो गया है. सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने उनका पासपोर्ट रिलीज कर दिया है.

लालू प्रसाद यादव (File Photo : PTI) लालू प्रसाद यादव (File Photo : PTI)
सत्यजीत कुमार
  • रांची,
  • 16 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:17 PM IST

राष्ट्रीय जनता दल (RJD)सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अब अपनी किडनी के इलाज के लिए सिंगापुर जा सकेंगे. लंबे समय से बीमार चल रहे लालू प्रसाद यादव का इलाज के लिए विदेश जाने का रास्ता साफ हो गया है. उनके वकील ने सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में उनका पासपोर्ट रिलीज करने की अपील दायर की थी, जिसकी कोर्ट ने अनुमति दे दी है.

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खारिज की सीबीआई की आपत्ति

लालू के वकील अनंत विज ने 13 सितंबर को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पासपोर्ट रिलीज करने की याचिका दायर की थी. कोर्ट ने याचिका पर आपत्ति जताने या सप्लीमेंट्री फाइल करने के लिए तीन दिन का वक्त दिया था. सीबीआई ने 16 सितंबर को याचिका पर सुनवाई के दौरान इसके विरोध में मौखिक आपत्ति दर्ज की, लेकिन स्पेशल कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया और लालू प्रसाद यादव के पासपोर्ट को रिलीज कर दिया.

24 सितंबर को सिंगापुर में अपॉइंटमेंट

लालू प्रसाद यादव के वकील अनंत विज ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि लालू की सिंगापुर में डॉक्टर के साथ 24 सितंबर को अपॉइंटमेंट है. वो और उनका परिवार उनके किडनी ट्रांसप्लांट पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. अगर लालू प्रसाद यादव को 24 को डॉक्टर से मुलाकात करनी है, तो उन्हें 22 तारीख तक सिंगापुर के लिए निकलना होगा, ताकि वो सही समय पर डॉक्टर से मिल सकें. लालू प्रसाद यादव लंबे समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं.

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गंभीर है लालू की किडनी की समस्या

लालू यादव को डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, ह्रदय रोग, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, तनाव, थैलीसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से सम्बंधित बीमारी, कमज़ोर इम्युनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या और आंख में दिक्कत जैसी कई बीमारियों ने घेर रखा है. पर उनकी सबसे बड़ी समस्या किडनी की ही है. लालू की किडनी लेवल फोर में यानी लास्ट स्टेज में है जो 20 से  25 प्रतिशत तक ही काम करती है. ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट के विकल्प पर उनका परिवार गंभीरता से विचार कर रहा है.

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