
CDS जनरल बिपिन रावत अपने अंतिम सफर पर हैं. उनके शव को दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर ले जाया गया. जहां उनका अंतिम संस्कार किया जा जाएगा. इससे पहले उनकी अंतिम यात्रा में लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा. लोग तिरंगा लेकर पार्थिव शरीर के साथ चले. लोगों ने 'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा', बिपिन रावत अमर रहें जैसे नारे लगाए.
CDS जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर लोग जमा रहे. इसके अलावा जगह जगह बिपिन रावत के होर्डिंग लगाए गए. लोगों ने 'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा' नारे लगाए.
शाम 5 बजे होगा अंतिम संस्कार
3.30 बजे बिपिन रावत का पार्थिव शरीर बरार स्क्वायर पहुंचा. यहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद पारिवारिक अनुष्ठान होंगे. शाम करीब 5 बजे सीडीएस बिपिन रावत का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा.
17 तोपों के साथ दी जाएगी सलामी
जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी जाएगी. अंतिम संस्कार के वक्त तीनों सेनाओं के बिगुल बजेंगे. सैन्य बैंड शोक गीत गाएगा. अंतिम संस्कार के वक्त 800 जवान मौजूद रहेंगे. अंतिम यात्रा को 99 सैन्यकर्मी एस्कॉर्ट करेंगे. सेना के बैंड के 33 कर्मी आखिरी विदाई देंगे. लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के 6 अफसर तिरंगा लेकर चलेंगे अंतिम दर्शन स्थल पर 12 ब्रिगेडियर स्तर के अफसर तैनात होंगे.