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1963 में विमान हादसे में शहीद हुए थे 6 अधिकारी, जानें बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश ने किन घटनाओं की दिलाई याद

तमिलनाडु के कुन्नूर में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर क्रैश ने 1963 में जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए विमान हादसे की याद दिला दी. उस घटना में 6 अधिकारी शहीद हो गए थे.

जनरल बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हो गए. (फाइल फोटो-PTI) जनरल बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हो गए. (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:15 AM IST
  • 1963 की घटना की याद दिलाई
  • 6 अधिकारी हो गए थे शहीद

देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) नहीं रहे. उनका Mi-17V5 हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया. इस हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) समेत 13 लोगों की जान चली गई. 

इस दुर्घटना ने 1963 में जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुई एक हेलिकॉप्टर क्रैश की यादें ताजा कर दीं, जिसमें 6 अधिकारियों का निधन हो गया था. पुंछ में हुए उस हेलिकॉप्टर क्रैश को देश के सैन्य इतिहास में सबसे बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक माना जाता है. 

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22 नवंबर, 1963 को हुई उस घटना में लेफ्टिनेंट जनरल दौलत सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह, एयर वाइस मार्शन ईडब्ल्यू पिंटो, मेजर जनरल केएनडी नानावटी, ब्रिगेडियर एसआर ओबेरॉय और फ्लाइट लेफ्टिनेंट एसएस सोढ़ी शहीद हो गए थे.

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इन हादसों की याद दिलाता है कुन्नूर हादसा

कुन्नूर में हुआ हादसा 1952 में लखनऊ के पास हुए एक हादसे की भी याद दिलाता है, जिसमें भारतीय सेना के उच्च अधिकारी बाल-बाल बचे थे. उस हादसे में वेस्टर्न कमांड के तत्कालीन जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एसए श्रीनागेश और क्वार्टरमास्टर जनरल मेजर जनरल केएस थिमैया बाल-बाल बच पाए थे. दोनों बाद में सेना प्रमुख भी बने.

उस विमान में मेजर जनरल एपीपी थोराट, मेजर जनरल मोहिंदर सिंह चोपड़ा, मेजरल जनरल सर्दानंद सिंह और ब्रिगेडियर अजैब सिंह भी सवार थे. मेजर जनरल थोराट बाद में पूर्वी सेना के कमांडर बने. 

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उस समय डेवोन एयरक्राफ्ट के पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट सुहास बिस्वास थे. उन्हें अशोक चक्र से भी सम्मानित किया गया था, क्योंकि उनकी सूझबूझ से सभी की जान बच गई थी. 

2019 में भी पुंछ सेक्टर में एक हेलिकॉप्टर क्रैश में उत्तरी सेना के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह और 8 अन्य अधिकारी घायल हो गए थे. 

यहां दें सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि

Mi-17V5 कब-कब हुआ दुर्घटनाग्रस्त?

- 3 अप्रैल 2018: गुप्तकाशी से केदारनाथ जा रहा हेलिकॉप्टर केदारनाथ के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसा तब हुआ, जब हेलिकॉप्टर हेलीपैड पर उतर रहा था. विमान में सवार सभी 6 सवार सुरक्षित रहे.

- 6 अक्टूबर 2017: अरुणाचल प्रदेश में तवांग के पास एक ऊंचाई वाले इलाके में हेलिकॉप्टर क्रैश होने से वायुसेना के 7 जवानों की जान चली गई थी.

- 25 जून 2013: गौचर से गुप्तकाशी के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन पर निकला Mi-17V5 केदारनाथ लौटने पर गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में चॉपर में सवार 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

- 30 अगस्त 2012: गुजरात के सरमत गांव के ऊपर वायुसेना के दो Mi-17 हेलिकॉप्टर आपस में टकरा गए थे. हेलिकॉप्टरों ने जामनगर एयरबेस से उड़ान भरी थी. इस हादसे में सवार सभी 9 जवानों की जान चली गई थी.

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- 19 नवबंर 2010: अरुणाचल के तवांग के पास हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें सवार सभी 12 लोगों की मौत हो गई. इस हेलिकॉप्टर ने तवांग से गुवाहाटी के लिए उड़ान भरी थी और लगभग 5 मिनट बाद ही बोमदिर नाम की जगह पर यह क्रैश हो गया था.

 

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