
पाकिस्तान की तरफ से किए गए सीजफायर उल्लंघन और फिर उसपर झूठी सफाई को लेकर भारत ने पड़ोसी मुल्क को लताड़ लगाई है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस भ्रामक है और भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने की नीति का हिस्सा है.
सीजफायर उल्लंघन को लेकर भारत की तरफ से की गई जवाबी कार्रवाई पर पाकिस्तान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत पर झूठे आरोप लगाए थे. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर किए गए सवाल पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से भारत पर सीजफायर उल्लंघन के आरोप के साक्ष्य का कोई वजूद नहीं है. ये साक्ष्य झूठे और बनावटी हैं. पाकिस्तान के इस पैंतरे से दुनिया वाकिफ है और पाक सरजमीं का इस्तेमाल आतंक के पालन पोषण के लिए होता है यह बात पाकिस्तानी सरकार खुद मान चुकी है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि वैश्विक आतंक का चेहरा रहे ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में ही पाया गया था. इमरान खान संसद में उसे शहीद बता चुके हैं. उन्होंने पाकिस्तान में 40 हजार आतंकी होने की बात खुद स्वीकार की है. पाकिस्तान के विज्ञान और तकनीकी मंत्री ने गर्व के साथ इस बात को कबूल किया था कि जिस पुलवामा आतंकी हमले भारत के 40 जवान शहीद हुए थे उसमें पाकिस्तान का हाथ था.
सीजफायर उल्लंघन को लेकर 2003 में हुए समझौते को मानने की बजाए पाकिस्तानी सेना आतंकियों के घुसपैठ के लिए लगातार सीमा पर गोलाबारी करती रहती है. आतंकियों को हथियार मुहैया कराना और एलओसी के आसपास के इलाके में आंतकी गतिविधियों का संचालन बिना पाकिस्तानी सेना के समर्थन के संभव नहीं है और पाकिस्तान लगातार ऐसा करता आया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस पाकिस्तान की आंतरिक राजनीतिक चुनौतियों और आर्थिक विफलता के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए की गई थी. पाकिस्तान इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए सीमा पार से आतंक के प्रयोजन और एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ को वाजिब ठहराने की कोशिश कर रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि हमने पाकिस्तान से सीमा पार से प्रायोजित आतंक को बंद करने के लिए कहा है. पाकिस्तानी नेताओं ने इस बात को कभी नहीं छिपाया कि उनका देश आतंक की फैक्ट्री बन गया है. पाकिस्कतान को यह बंद करना चाहिए. कोरे आरोप और गलत तथ्य रखने से यह समस्या हल नहीं होगी. पाकिस्तान के आतंकी फंडिंग से भारत ही नहीं बल्कि उसके कई और पड़ोसी देश भी परेशान हैं. हमें भरोसा है कि विश्व के अन्य देश भी इसपर सहमत हैं.