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उत्तर प्रदेश के मंत्री धर्मपाल सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के बजाय 'गौ माता सम्मान दिवस' के रूप में मनाने के आदेश जारी किए गए हैं. पशुपालन और डेयरी मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, "भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा 14 फरवरी, 2023 को वेलेंटाइन डे के बजाय गौ माता सम्मान दिवस मनाने का आदेश जारी किया गया है, क्योंकि गाय हमारे लिए सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण हैं."
उन्होंने कहा कि गाय आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण हैं क्योंकि जीरो बजट खेती गाय के गोबर और मूत्र पर आधारित है. मंत्री ने कहा कि कोई भी पशुपालक गायों को दूध दुहने के बाद नहीं छोड़े क्योंकि किसानों के लिए गाय के दूध के अलावा गोबर और गोमूत्र दोनों ही महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि गोमूत्र खेतों के कीटाणुओं को नष्ट करता है और गाय का गोबर जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देता है और पर्यावरण के अनुकूल है.
इस बीच टीएमसी सांसद ने सांतनु सेन ने आरोप लगाया कि मुख्यधारा के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए छद्म हिंदूवाद और छद्म देशभक्ति का इस्तेमाल किया जाता है. सीपीआई सांसद एलामारम करीम ने काऊ हग डे को हास्यास्पद बताया. उन्होंने कहा कि ये अकल्पनीय है और देश के लिए शर्म की बात है. कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल ने कहा कि मैं एक किसान के घर से हूं. मैं एक दिन नहीं, हर दिन अपनी गाय को गले लगाती हूं. काउ हग डे मनाने को लेकर उन्होंने कहा कि ये केवल बेरोजगारी, अडानी, महंगाई, आतंकवाद जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है.