
देश की संसद में मणिपुर के मुद्दे पर बहस नहीं हो पा रही. हो रही है तो सिर्फ बयानबाजी. सत्ता और विपक्ष, दोनों गुटों का कहना है कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन फिर भी मानसून सत्र के चार दिन बीत जाने के बाद मणिपुर के नाम पर सिर्फ हंगामा ही हो रहा है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में मणिपुर के मुद्दे पर बयान दिया. उन्होंने कहा हमें कोई डर नहीं है. जिसको चर्चा करनी है, वो कर ले. शाह ने कहा कि जनता सब देख रही है. संसद में हर रोज हो रहे हंगामे के बीच अमित शाह ने विपक्ष के नेताओं से कहा कि मणिपुर की चर्चा के लिए सदन में उचित माहौल बनाएं. उन्होंने कहा कि मैंने दोनों सदनों के नेता विपक्षों को पत्र लिखा है.
अमित शाह ने इस पत्र का फोटो ट्विटर पर भी शेयर किया. शाह ने कहा कि सरकार मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सभी दलों से सहयोग चाहती है. मुझे उम्मीद है कि सभी दल इस महत्वपूर्ण मुद्दे को सुलझाने में सहयोग करेंगे.
ट्विटर पर साझा किया पत्र का फोटो
पत्र में अमित शाह ने लिखा है कि मैं आपका सहयोग लेने के लिए आपको यह पत्र लिख रहा हूं. जैसा कि आप जानते हैं मणिपुर एक महत्वपूर्ण सीमावर्ती राज्य है. मई महीने में कुछ अदालती फैसलों और कुछ घटनाओं के कारण मणिपुर में हिंसा देखी गई. कुछ शर्मनाक घटनाएं भी हुईं, जिसके बाद देश के लोग और विशेष रूप से मणिपुर के लोग संसद की ओर देख रहे हैं कि इस कठिन समय में सभी दल दलगत राजनीति से ऊपर उठें और मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हों.
शाह ने अपने पत्र में लिखा है कि देश के लोग चाहते हैं कि हम एकजुट होकर उन्हें आश्वस्त करें कि हम मणिपुर में शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं. अतीत में, हमारी संसद ने ऐसा किया है. हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि केंद्र केवल एक बयान देने के लिए तैयार नहीं है बल्कि पूरी चर्चा करने को तैयार है. लेकिन हमें इसमें सभी दलों की मदद की उम्मीद है. मैं आपके माध्यम से अनुरोध करता हूं कि सभी विपक्षी दल स्वस्थ वातावरण में चर्चा के लिए आगे आएं. मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर एकजुट होकर संसद की गरिमा को बनाए रखें और इसके कामकाज में योगदान दें.
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों सदनों के नेता विपक्ष यानी अधीर रंजन चौधरी (लोकसभा) और मल्लिकार्जुन खड़गे (राज्यसभा) को चर्चा के लिए पत्र लिखा है. शाह ने लिखा है कि केंद्र सरकार मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. वहीं दूसरी ओर INDIA गठबंधन से सभी दल कल सुबह 10 बजे राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में अहम मुद्दे पर बैठक करेंगे.
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया ट्वीट
हंगामे की भेंट चढ़ रहा संसद का सत्र
बता दें कि मंगलवार को भी भारी हंगामे के चलते संसद में मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकी. यह मानसून सत्र का चौथा दिन था, जो कि बिना किसी चर्चा के ही खत्म हो गया. बीते दिन यानी सोमवार को राज्यसभा स्पीकर और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आप सांसद संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए स्थगित कर दिया था. इसके बाद मंगलवार को जब संसद का सत्र शुरू हुआ तो आप सांसदों ने संजय सिंह को लेकर हंगामा शुरू किया.
संजय सिंह को किया गया निलंबित
इसी क्रम में पूरा दिन संसद में मणिपुर के मुद्दे पर कुछ खास चर्चा नहीं हो पाई. सोमवार को आम आदमी पार्टी से सांसद संजय सिंह के निलंबन के बाद उन्हें विपक्ष का समर्थन मिला. संजय को निलंबित किए जाने के विरोध में सोमवार को पूरी रात विपक्ष के सांसदों ने संसद भवन परिसर में धरना-प्रदर्शन किया.
संजय सिंह को मिला विपक्षी सांसदों का समर्थन
बता दें कि मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी के मुद्दे पर सोमवार को संसद में जबरदस्त हंगामा हुआ. हंगामे के दौरान AAP सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की कुर्सी के सामने पहुंचकर विरोध किया. वह धनखड़ को हाथ दिखाकर कुछ बोल रहे थे. उनकी इस एक्टिविटी के बाद उन्हें पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. संजय सिंह पर हुई कार्रवाई के विरोध में संसदों ने संसद के बाहर धरना दे दिया. इस प्रदर्शन में AAP सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक और सुशील गुप्ता के अलावा TMC से डोला सेन और शांता छेत्री, कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी, अमीबेन और जेबी माथेर, CPM से बिनॉय विश्वम, CPI से राजीव के अलावा BRS नेता भी शामिल हुए.