
कोरोना संकट के बीच छठ पूजा के लिए तमाम राज्यों ने गाइडलाइन जारी की है. इन राज्यों ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे अपने घरों में छट मनाएं क्योंकि भीड़ जुटने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुमकिन नहीं होगा और फिर कोरोना के प्रसार की आशंका बढ़ जाएगी. उत्तर प्रदेश, झारखंड और महाराष्ट्र सरकार की तरह दिल्ली सरकार ने भी छठ पूजा के लिए गाइडलाइन जारी की है.
हालांकि, सार्वजनिक स्थान पर छठ पूजा न मनाने संबंधी आदेश पर दिल्ली में विवाद चल रहा है. लेकिन इससे पहले जान लेते हैं कि किस-किस राज्य ने गाइडलाइन जारी की है और उसमें क्या कहा गया है.
यूपी ने जारी की गाइडलाइन
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संकट को देखते हुए छठ पूजा के लिए गाइडलाइन जारी की है. इस दौरान सुरक्षा के कड़े निर्देश दिए गए हैं. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि पूजन स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए जाने, सभी कार्यक्रमों में दो गज की दूरी और मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाए.
अवनीश कुमार ने कहा है कि किसी प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशों का पालन कराए जाने का दायित्व भी कार्यक्रम के आयोजक का होगा. 19 और 20 नवंबर को मनाए जाने वाले छठ के पर्व के अवसर पर महिलाओं को प्रेरित किया जाए कि वे इस पर्व को घर पर ही मनाएं अथवा घर के पास ही मनाएं. इसके अलावा घाटों के किनारे पारंपरिक स्थानों पर अर्घ्य दिए जाने के समुचित प्रबंध किए जाने के अलावा पानी के बहाव के समुचित प्रबंध किए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
झारखंडः घरों में छठ पूजा मनाने की अपील
कोरोना संकट के चलते झारखंड सरकार ने भी सार्वजनिक तौर पर छठ पूजा मनाने की इजाजत नहीं दी है. कोरोना वायरस के प्रसार की आशंका को देखते हुए झारखंड में सार्वजनिक तालाब, बांध, जलाशय और नदी पर छठ पूजा और अर्घ्य की अनुमति नहीं दी गई है. राज्य सरकार ने छठ पूजा के दौरान क्या करना है और क्या नहीं करना है, इसे लेकर गाइडलाइन जारी की है. झारखंड सरकार ने सार्वजनिक रूप से छठ मनाने की अनुमति नहीं दी है. लोगों से अपने घरों में ही छठ पूजा मनाने की अपील की गई है.
समुद्र किनारे छठ मनाने की मनाही
दिल्ली, उत्तर प्रदेश और झारखंड सरकार की तरह महाराष्ट्र सरकार ने छठ पूजा के लिए गाइडलाइन जारी की है. बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने मुंबई में समुद्र तट, नदी और तालाब में छठ पूजा करने पर रोक लगा दी है. मुंबई पुलिस से भी कहा गया है कि वो सार्वजनिक जगहों पर भीड़ को इकट्ठा होने से रोके. श्रद्धालुओं के लिए राहत की बात यह है कि सख्त निर्देशों के साथ कृत्रिम तालाबों में छठ पूजा करने की इजाजत दी गई है.
दिल्ली में सियासत
दिल्ली सरकार ने किसी भी सार्वजनिक स्थान पर छठ पूजा का आयोजन न करने का निर्देश दिया है. लेकिन छठ पूजा का आयोजन करवाने वाली समितियों ने दिल्ली सरकार के इस आदेश का विरोध किया है. वहीं विपक्षी बीजेपी ने केजरीवाल सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.
दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार गाइडलाइन का ड्रामा कर रही है. तमाम खबरों की कतरनों को ट्वीट करते हुए मनोज तिवारी ने कहा, 'कमाल के नमकहराम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं. COVID के सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन कर आप छठ नहीं करने देंगे और गाइडलाइंस सेंटर से मांगने का झूठा ड्रामा अपने लोगों से करवाते है. तो बताएं ये 24 घंटे शराब परोसने के लिए परमिशन कौन से गाइडलाइंस को फ़ॉलो कर ली थी, बोलो CM.