
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज शुक्रवार को देश के कई जिलों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि पर चिंता जताई और आगाह किया कि बच्चे भी संक्रमण के मामले में अतिसंवेदनशील हो सकते हैं.
देश में कोरोना की स्थिति पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि बच्चों को वायरस से बचाने के लिए उचित प्लानिंग की जरुरत है.
देश के उन जिलों के बारे में बात करते हुए जहां अभी भी 10 फीसदी से अधिक की पॉजिटिविटी रेट दर्ज हो रहे हैं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगाह किया कि महामारी खत्म नहीं हुई है.
मास्क का इस्तेमाल में गिरावट
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि हाल के दिनों में मास्क का इस्तेमाल में खासी गिरावट आई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि गतिविधियों को फिर से शुरू करने के बाद फेस मास्क के उपयोग में खासी गिरावट आई है. हमें फेस मास्क के उपयोग को सामान्य प्रक्रिया के रूप में शामिल करना चाहिए.
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लव अग्रवाल ने कहा कि देश में अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है और लोगों से कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने को कहा. उन्होंने राज्य सरकारों से कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर की तैयारी के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को उन्नत करने का भी आग्रह किया.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को देश के 6 राज्यों में कोविड-19 स्थिति पर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, महाराष्ट्र और केरल के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में उपरोक्त 6 राज्यों से करीब 80 प्रतिशत नए मामले सामने आए हैं. पीएम ने राज्य सरकारों से महामारी की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाने को कहा.
पीएम मोदी ने राज्यों से महामारी को नियंत्रण में रखने के लिए 'टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण' (Test-Track-Treat-Vaccinate) दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने को कहा.