Advertisement

चीन ने माना- गलवान घाटी की झड़प में गई थी PLA के जवानों की जान, नहीं था कोई बंदी

चीन ने इस बात को तब कबूला है, जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में चीन सीमा पर जारी तनाव की जानकारी देश को दी.

चीन सीमा पर जारी है तनाव भरे हालात (बॉर्डर की फाइल फोटो) चीन सीमा पर जारी है तनाव भरे हालात (बॉर्डर की फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 18 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 8:45 AM IST
  • गलवान घाटी की झड़प ने पकड़ा गया चीन का झूठ
  • ग्लोबल टाइम्स के एडिटर ने माना- गई थी चीनी सैनिकों की जान

भारत और चीन के बीच सीमा पर मई के महीने से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है. इस बीच चीन की ओर से पहली बार स्वीकार किया गया है कि गलवान घाटी की झड़प में उसके सैनिकों की भी मौत हुई थी. इससे पहले चीन ये बात स्वीकार ही नहीं कर रहा था. चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के एडिटर ने माना है कि गलवान घाटी में चीन की सेना को नुकसान पहुंचा था और कुछ जवानों की जान गई थी. 

Advertisement

ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीफ हू झिजिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एक बयान को ट्वीट कर लिखा कि जहां तक मुझे पता है कि गलवान घाटी की झड़प में चीनी सेना में मरने वालों की संख्या भारत के 20 के आंकड़े से कम थी. इतना ही नहीं कोई भी चीनी सैनिक भारत ने बंदी नहीं बनाया था, बल्कि चीन ने भारत के सैनिकों को बंदी बनाया था. 

आपको बता दें कि ग्लोबल टाइम्स चीन के पीपुल्स डेली का अंग्रेजी अखबार है, जो चीन की सत्ताधारी पार्टी चाइनीज़ कम्युनिस्ट पार्टी का ही पब्लिकेशन है. 

चीन ने इस बात को तब कबूला है, जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में चीन सीमा पर जारी तनाव की जानकारी देश को दी. राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सभी नियमों और समझौतों का पालन कर रहा है, लेकिन चीन की ओर से बार-बार इनका उल्लंघन किया जा रहा है. 

Advertisement

रक्षा मंत्री ने अपने बयान में कहा कि लद्दाख में स्थिति गंभीर है, लेकिन भारत की सेना किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है. वहीं गलवान घाटी की झड़प पर उन्होंने कहा कि चीन के दुस्साहस के कारण भारत के 20 जवान शहीद हुए थे, लेकिन उन जवानों ने चीन को कड़ा जवाब दिया.

इतना ही नहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत भारत को पैंगोंग इलाके में पैट्रोलिंग करने से नहीं रोक सकती है. गौरतलब है कि 15 जून को जब चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी, तब भारतीय सेना ने उन्हें रोका. लेकिन चीनी सैनिकों ने धोखे से धारधार हथियार से हमला कर दिया. 


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement