
लद्धाख में LAC पर तनातनी के बीच धोखेबाज चीन की फिर शर्मनाक करतूत सामने आई है. बताया जा रहा है कि भारतीयों की जासूसी कराने में चीनी सरकार का हाथ है. इसमें उसके कई बड़े अधिकारी सीधे तौर पर शामिल हैं.
सूत्रों के मुताबिक, चीनी कंपनी ने केवल सोशल मीडिया पर उपलब्ध डेटा का यूज किया है और उनका विश्लेषण किया है. ऐसे में फिलहाल कोई भी दंडात्मक कार्रवाई करना संभव नहीं है. भारत के अलावा चीन कई अन्य देशों में जासूसी करा रहा है. दुनिया में अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए चीनी सरकार ने ये घटिया हरकत की है.
गौरतलब है कि अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन की झेनझुआ डाटा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी करीब दस हजार भारतीयों का डाटा इकट्ठा कर रहा है. इसमें सोशल मीडिया पर हरकत से लेकर लाइक और कमेंट तक, उनकी होने वाली उपस्थिति तक शामिल है. चीनी कंपनी की नजर देश के प्रधानमंत्री से लेकर बड़े बिजनेसमैन, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, नेता, सांसद खिलाड़ी पर टिकी है.
इस चीनी कंपनी द्वारा की जा रही जासूसी ये साबित करती है कि यह काम चीनी सरकार के समर्थन के बिना संभव नहीं था. बता दें कि भारत सरकार ने 200 से अधिक चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है. साथ ही भारत में 4 जी और 5 जी नेटवर्क में बोली लगाने वाले चीनी टेलीकॉम दिग्गजों को भी बाहर का रास्ता दिखाया है. इससे चीन बौखलाया हुआ है.
क्या डेटा कलेक्ट कर रही है चीनी कंपनी?
चाइनीज इंटेलीजेंस के लिए काम करने का दावा करने वाली ये कंपनी दूसरे देशों के लोगों पर नजर रखती है. इसमें राजनीति, सरकार, टेक्नोलॉजी, मीडिया, फिल्म समेत कई अन्य क्षेत्रों के लोगों और संस्थानों की निगरानी की जाती है. इसके तहत झेनझुआ कंपनी किसी भी व्यक्ति का डिजिटल फुटप्रिंट फॉलो करती है. इसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के डेटा, इन्फॉर्मेशन लाइब्रेरी को तैयार किया जाता है.