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लद्दाख: भारत की सीमा में घूम रहा था चीनी सैनिक, भारतीय फौज ने दबोचा

लद्दाख में एक चीनी सैनिक को भारतीय फौज ने दबोच लिया है. ये चीनी सैनिक भारत की सीमा में घूम रहा था. इस सैनिक को चुसुल सेक्टर में गुरुंग घाटी के पास पकड़ा गया है. ये सैनिक भारत की सीमा में पाया गया है. पूछताछ के दौरान इस चीनी सैनिक ने बताया कि वो रास्ता भटक कर आ गया था.

लद्दाख में चीनी सैनिक पकड़ा गया (प्रतीकात्मक फोटो) लद्दाख में चीनी सैनिक पकड़ा गया (प्रतीकात्मक फोटो)
शिव अरूर
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 2:52 PM IST
  • लद्दाख में पकड़ा गया चीनी सैनिक
  • रास्ता भटककर भारत की सीमा में आया
  • भारतीय सैनिकों ने हिरासत में लिया

लद्दाख से एक बड़ी खबर आ रही है. यहां पर एक चीनी सैनिक को भारतीय फौज ने दबोच लिया है. ये चीनी सैनिक भारत की सीमा में घूम रहा था. इस सैनिक को चुसुल सेक्टर में गुरुंग घाटी के पास पकड़ा गया है. ये सैनिक भारत की सीमा में पाया गया है. पूछताछ के दौरान इस चीनी सैनिक ने बताया कि वो रास्ता भटक कर आ गया था. 

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भारतीय सैनिक इस चीनी जवान से पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ से संतुष्ट होने के बाद ही इस सैनिक को चीनी अधिकारियों को सौंपा जाएगा. 

रिपोर्ट के मुताबिक 8 जनवरी को लद्दाख में LAC के भारतीय सीमा के अंदर चीन के एक सैनिक को पकड़ा गया. चीनी सैनिक को पैंगोंग झील के दक्षिण छोर से पकड़ा गया है. चीनी सैनिक के बयान पर यकीन करें तो ये सैनिक रास्ता भटक कर भारत की सीमा में प्रवेश कर गया था. तभी वहां तैनात भारतीय सैनिकों से इसे पकड़ लिया. 

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बता दें कि LAC के दोनों ओर भारत और चीन के सैनिक पिछले साल से ही तैनात हैं. अब पीएलए सैनिक के साथ स्थापित मानदंडों के अंतर्गत व्यवहार किया जा रहा है. सेना इस बात की जांच कर रही है कि इस चीनी सैनिक से किन हालातों में सीमा पार की है. 

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रिपोर्ट के मुताबिक अगर भारतीय सेना की जांच में चीनी सैनिक का दावा सही साबित हुआ तो सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे वापस कर दिया जाएगा. 

भारतीय सैनिकों ने इस घटना की सूचना चीन के वरिष्ठ कमांडरों को दे दी है. दोनों ओर से वरिष्ठ सैन्य अफसर एक दूसरे के संपर्क में हैं.

अक्टूबर 2020 में भी घूसा था चीनी सैनिक

इससे पहले अक्टूबर 2020 में भी भारतीय सैनिकों ने एक चीनी सैनिक को पकड़ा था, इस चीनी सैनिक की पहचान कॉरपोरल वांग या लॉन्ग के रूप में हुई थी. इस सैनिक को लद्दाख के डेमचोक में पकड़ा गया था. इस पीएलए सैनिक के पास सिविल और सैन्य दस्तावेज मिले थे. इस ऑफिसर को औपचारिकताएं करने के बाद चीनी अफसरों को सौंप दिया गया था. 

 

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