
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने आरोप लगाया कि ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय बीजेपी के राजनीतिक हथियार के रूप में काम कर रही है. साथ ही कहा कि ईडी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फोन से AAP की लोकसभा चुनाव की स्ट्रेटजी की डिटेल्स जानना चाहती है. बता दें कि केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी कि हिरासत में हैं.
पीटीआई के मुताबिक आतिशी ने दावा किया कि ईडी द्वारा केजरीवाल के मोबाइल फोन की जांच करने का आग्रह किया गया, जबकि ये फोन कुछ महीने ही पुराना है ये फोन शराब नीति बनने और लागू होने के समय नहीं था. उन्होंने कहा कि ये साबित करता है कि ईडी बीजेपी के "राजनीतिक हथियार" के रूप में काम कर रही है.
आतिशी पर पलटवार करते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उन पर "धोखाधड़ी" करने का आरोप लगाया और कहा कि केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया "बार-बार फोन क्यों बदलते हैं. हालांकि ईडी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.
दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि दरअसल यह बीजेपी है न कि ईडी, जो ये जानना चाहती है कि केजरीवाल के फोन में क्या है. आतिशी ने दावा किया कि शराब नीति 2021-22 में लागू की गई थी और मुख्यमंत्री का वर्तमान फोन सिर्फ कुछ महीने पुराना है. आतिशी ने कहा कि ईडी ने कहा है कि केजरीवाल का उस समय का फोन तो अब उपलब्ध भी नहीं है और अब वह उनके नए फोन का पासवर्ड चाहती है.
आतिशी के मुताबिक ये ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि उन्हें इसमें आम आदमी पार्टी की लोकसभा की चुनाव रणनीति, अभियान योजनाओं, इंडिया ब्लॉक के नेताओं के साथ बातचीत और मीडिया और सोशल मीडिया रणनीति के बारे में जानकारी मिल जाए.
आतिशी ने कहा कि ईडी के वकील ने अदालत में कहा कि केजरीवाल की कुछ और दिनों की हिरासत की जरूरत है क्योंकि उन्होंने अपने फोन का पासवर्ड नहीं बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा दिल्ली, पंजाब, गुजरात और असम में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए आम आदमी पार्टी की रणनीति जानना चाहती है, जहां पार्टी ने कुल 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.