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JNU में देर रात छात्रों के बीच खूनी झड़प, चले लाठी-डंडे, जनरल बॉडी मीटिंग के दौरान मारपीट

JNU में छात्रों के बीच एक बार फिर जबरदस्त मारपीट हुई है. छात्रसंघ चुनाव से पहले यहां राइट और लेफ्ट विंग के छात्र आपस में भिड़ गए हैं. 3 छात्रों का मेडिकल कराने की बात भी सामने आई है. पुलिस को भी मामले का संज्ञान है, लेकिन फिलहाल किसी ने कोई शिकायत नहीं की है.

जेएनयू में जनरल बॉडी मीटिंग के दौरान भिड़े छात्रों के दो गुट. जेएनयू में जनरल बॉडी मीटिंग के दौरान भिड़े छात्रों के दो गुट.
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 01 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 11:37 AM IST

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में छात्रों के बीच खूनी झड़प हुई है. यहां लेफ्ट और राइट विंग के छात्रों के बीच लाठी-डंडे चले हैं. मारपीट की घटना जनरल बॉडी मीटिंग के दौरान हुई है. तीन घायल छात्रों का मेडिकल भी कराया गया है. यह मारपीट पुलिस के संज्ञान में है. हालांकि, उनका कहना है कि उन्हें अब तक लिखित शिकायत नहीं मिली है. 

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जानकारी के मुताबिक 29 की देर रात JNU के स्कूल ऑफ लैंग्वेज में जनरल बॉडी मीटिंग चल रही थी. इस दौरान लेफ्ट और राइट विंग के छात्रों के बीच किसी बात को लेकर झड़प हो गई. इस झड़प ने जल्द ही खूनी तस्वीर अख्तियार कर ली. इस दौरान कई छात्र एक दूसरे पर डंडे बरसाते नजर आए तो नहीं कुछ छात्रों ने लात-घूंसे चलाए. 

ABVP में बताया नक्सली हमला

बताया जा रहा है कि पूरी रात JNU में दोनों तरफ के छात्रों के बीच हिंसा की स्थिति बनी रही. दोनों ही छात्र दल एक दूसरे पर हिंसा करने का आरोप लगा रहे हैं. लेफ्ट विंग के छात्र इस पूरे मामले को एबीवीपी की गुंडागर्दी बता रहे हैं तो वहीं राइट विंग के छात्र इसे कैंपस में नक्सली हमला बता रहे हैं. बता दें कि कैंपस में छात्र संघ चुनाव की तैयारी 4 साल बाद शुरू हो रही है. दोनों छात्र संघों के बड़े संघर्ष के बाद छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो पाई है.

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10 फरवरी को भी हुई थी हिंसा

इससे पहले 10 फरवरी को भी JNU में देर रात छात्र संगठनों के सदस्यों के बीच मारपीट का मामला सामने आया था. इस झगड़े में कुछ छात्र घायल हो गए था. दरअसल, जेएनयू में चुनाव से पहले जनरल बॉडी की मीटिंग होती है. इस मीटिंग में सभी छात्र संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद होते हैं और जनरल बॉडी के कम से कम 10 फीसदी छात्रों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है. चुनाव से पहले यह प्रक्रिया पूरी करनी होती है. इसके बाद सीएसई का चुनाव होता है, तब और मेन चुनाव शुरू होता है.

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