
Cloudbursts flash floods in Laddakh: जम्मू-कश्मीर में बुधवार को एक साथ कई जगहों पर बादल फटा, जिसमें बड़ी तबाही मची. ऐसे में लद्दाख में भी भारी बारिश और बादल फटने के कारण बोध खरबू श्रीनगर लेह रोड अगले कई घंटों के लिए बंद है. वहीं NH1 पर सैकड़ों पर्यटक और वाहन जाम में फंसे हुए हैं.
एक पर्यटक का कहना है कि भारी बारिश के कारण तापमान नीचे जा रहा है और वह लंबे समय से बहुत ठंड के चलते खुद को असहाय महसूस कर रही हैं. दूसरी तरफ बादल फटने के कारण लापता लोगों का पता लगाने के लिए होन्जर दछन किश्तवाड़ में बचाव अभियान चल रहा है. एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह मौके पर ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक लद्दाख में करगिल के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने की घटनाएं हुई जिससे लघु पनबिजली परियोजना को नुकसान हुआ और करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि, इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. यहां के सांगरा और खंग्राल में मंगलवार शाम को बादल फटने की घटना हुई.
क्लिक करें- बारिश और बाढ़ का कहर, Bengal, J&K, Himachal Pradesh में मची तबाही
ऐसे में भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने लगातार बारिश की चेतावनी देते हुए दिल्ली के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 30 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है. भारी बारिश के कारण हिमाचल के लाहौल स्पीति में कई लोग फंसे हुए हैं.
लाहौल स्पीति से 185 लोगों को निकाला गया
हिमाचल के लाहौल स्पीति जिले के कीलॉन्ग और उदयपुर के बीच 185 लोग फंसे हुए थे, जिन्हें एयरलिफ्ट कर सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया है. हालांकि, लैंडस्लाइड की वजह से 4-5 जगहों पर रोड ब्लॉक हो गई है, जिस वजह से लोगों को निकालने में दिक्कत आ रही है. फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए लाहौल के डिप्टी कमिश्नर ने सरकार से हेलीकॉप्टर की मांग की है.
वहीं जम्मू-कश्मीर में इस तबाही को लेकर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की. अमित शाह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. जरूरत पड़ने पर तबाही में फंसे हुए लोगों को एयरलिफ्ट भी कराया जा सकता है.
(लेह से बाकिर चो का इनपुट)