
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार से प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर निकली हैं. आज उन्होंने बीरभूम जिले में नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के पैतृक घर जाकर उनसे मुलाकात की. ममता ने विश्व भारती यूनिवर्सिटी विवाद पर अमर्त्य सेन का समर्थन किया. विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलपति बिद्युत चक्रवर्ती ने अमर्त्य सेन पर केंद्रीय विश्वविद्यालय की भूमि में अतिक्रमण का आरोप लगाया है, जिसके बाद ममता ने खुलकर नोबेल पुरस्कार विजेता का समर्थन किया है. ममता ने बीरभूम में अमर्त्य सेन के आवास के बाहर पुलिस कैंप लगाने का आदेश दिया है. ममता ने जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा का आदेश दिया है.
ममता ने नोबेल पुरस्कार विजेता को व्यक्तिगत रूप से राज्य सरकार के भूमि रिकॉर्ड सौंपे, उसके बाद कहा कि उनका (VC) आरोप है कि उन्होंने (अमर्त्य सेन) विश्व भारती की जमीन पर अवैध कब्जा किया है, यह सरासर गलत है. मैं दुखी हूं. ममता ने कहा कि मुझे सरकारी भूमि अभिलेखों से सभी विवरण मिल गए हैं. यह मुख्य दस्तावेज है. कोलकाता वापस जाने के बाद हम कानूनी कार्रवाई का अगला रास्ता तय करेंगे. हम ऐसा अपमान क्यों सहें. मैं सिर्फ जमीन के मूल दस्तावेज सौंपने के लिए उनके पास जाना चाहती थी. बीजेपी को इस तरह उनका अपमान करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
हम गरीबी के खिलाफ लड़ना चाहते हैं: ममता
इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले का उद्घाटन किया. यहां उन्होंने कहा कि हम शांति और समृद्धि चाहते हैं. हम गरीबी के खिलाफ लड़ना चाहते हैं. युद्ध नहीं, शांति हमारी सोच होनी चाहिए. बंगाल संस्कृति की भूमि है, यह संस्कृति की राष्ट्रीय राजधानी है. हमें अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज उठानी चाहिए. ना सिर्फ राजनीतिक कारण से बल्कि हमें अपने इतिहास, भूगोल के बारे में अपनी मानवता के बारे में सोचना चाहिए. ममता सोमवार को
सीएम ममता ने कहा कि आइए, हम अपने संविधान के बारे में, मौलिक अधिकारों के बारे में, लोकतांत्रिक अधिकारों के बारे में, लोगों के अधिकारों के बारे में सोचें. हमें जनता का, जनता के द्वारा और जनता के लिए सरकार चाहिए. अभद्र भाषा नहीं. मैं अभद्र भाषा की निंदा करती हूं. इसे ब्लैक आउट कर देना चाहिए. मैं यह नहीं कह रही कि किसी की भाषा बाधित करो. लेकिन नकारात्मक कहने के बजाय सकारात्मक बोलो.
उद्घाटन के बाद ममता बनर्जी ने कहा, आइए हम शांति के लिए काम करें, युद्ध के लिए नहीं. हम भूख, युद्ध के खिलाफ लड़ना चाहते हैं. हम महिला सशक्तिकरण के लिए लड़ना चाहते हैं.
आज से प्रदेश में तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगी ममता
मुख्यमंत्री सोमवार से बीरभूम, मालदा और पुरबा बर्धमान जिलों के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगी. वे वहां प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगी. इस दौरान सीएम तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगी. ममता बनर्जी ने अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले का उद्घाटन करने के बाद हेलिकॉप्टर से बोलपुर के लिए उड़ान भरी. प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को ममता मालदा जाएंगी, जहां उनकी पब्लिक मीटिंग होनी है. मालदा में CM 'दुआरे सरकार' (द्वार पर सरकार) योजना के तहत योजना के लाभार्थियों को लाभान्वित करेंगी. वहां निर्धारित छात्रों के लिए साइकिल वितरण कार्यक्रम भी है, उसके बाद सीएम बोलपुर लौटेंगी.
बुधवार को बनर्जी के बोलपुर के डाकबंगला मैदान में राज्य सरकार के एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है. वो अपने तीन दिनों के दौरे में बीरभूम जिले के बोलपुर में रहेंगी.