
कर्नाटक में भाषा विवाद का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है. ये विवाद तब ज्यादा बढ़ गया जब कर्नाटक रक्षा वेदिके के नारायण गौड़ा गुट के कार्यकर्ताओं ने जल्द से जल्द सभी साइनबोर्डों पर '60 फीसदी कन्नड़' की मांग करते हुए आज हिंसक विरोध प्रदर्शन किया. इस मामले में सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वे लोग क्या कर रहे हैं, मुझे जानकारी मिली है कि नारायण गौड़ा कन्नड़ नाम वाले बोर्ड लगाने पर विरोध कर रहे हैं. हम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, जिन्होंने कानून अपने हाथ में लिया और कानून के खिलाफ गए.
कर्नाटक रक्षा वेदिके के कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के बाद कुछ दुकानदारों ने कन्नड़ भाषा वाले साइनबोर्ड लगा लिए हैं. इसमें करीब 60 फीसदी तक कन्नड़ का इस्तेमाल किया गया है.
साइनबोर्डों पर '60 फीसदी कन्नड़' की मांग को लेकर आज कर्नाटक रक्षा वेदिके के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान अंग्रेजी साइनबोर्ड फाड़ दिए. जबकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने अंग्रेजी में लिखे साइनबोर्ड पर काली स्याही फेंक दी. प्रदर्शनकारी पीले और लाल स्कार्फ पहने हुए थे. प्रदर्शन करने वाले लोगों ने व्यवसायों में धावा बोल दिया और अंग्रेजी साइनबोर्डों को फाड़. इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद हंगामा रुका.
पुलिस ने कई मॉल, दुकानों, कॉमर्शियल कॉम्प्लैक्स, कंपनियों और कारखानों के मालिकों के खिलाफ कन्नड़ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्नाटक रक्षा वेदिके के सदस्यों को हिरासत में ले लिया. यह विरोध प्रदर्शन बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के उस बयान के एक दिन बाद हुआ, जिसमें कहा गया था कि वह 28 फरवरी तक उन दुकानों, होटलों और मॉलों के लाइसेंस निलंबित कर देगा जो साइनबोर्ड पर 60 प्रतिशत कन्नड़ नियम का पालन नहीं करेंगे.
शहर के नागरिक निकाय ने आदेश दिया कि सभी होटलों, मॉल और अन्य दुकानों को अपने साइनबोर्ड पर अनिवार्य रूप से कन्नड़ का उपयोग करना होगा, साथ ही कहा कि इसका पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बेंगलुरु में 1400 किमी मुख्य और सब-वे हैं. इन दुकानों का एक सर्वे किया जाएगा, जिन्होंने साइनबोर्ड पर कन्नड़ भाषा के उपयोग के संबंध में नियमों का पालन किया है.