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Coal Crisis Explainer: सरकार का दावा- कोयले का संकट नहीं, फिर क्यों बंद हुए 20 पावर स्टेशन?

Power cut coal crisis: देशभर में कोयले का संकट जारी है. सरकार का दावा है कि कोयले की कमी नहीं है, लेकिन इसी बीच महाराष्ट्र में 13 और पंजाब में 7 थर्मल पावर प्लांट भी बंद हो गए हैं.

कई राज्यों ने बिजली का कम इस्तेमाल करने की अपील की है. (प्रतीकात्मक तस्वीर) कई राज्यों ने बिजली का कम इस्तेमाल करने की अपील की है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 6:07 PM IST
  • आधे प्लांट में कोल स्टॉक कम
  • महाराष्ट्र में 13 प्लांट बंद हुए

दिवाली का त्योहार आने वाला है और ऐसे में भारत में बिजली के संकट का खतरा भी मंडराने लगा है. भारत में 135 बिजली घर ऐसे हैं जहां कोयले से बिजली बनाई जाती है, लेकिन इनमें से आधे के पास तीन दिन से भी कम का कोयला बचा है. भारत की बिजली की लगभग 70% सप्लाई कोयले से ही होती है. 

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चीन के बाद भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं जहां कोयले का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. चीन में भी कोयले का संकट खड़ा हो गया है और वहां इस संकट से निपटने के लिए फैक्ट्रियां और स्कूलों को बंद कर दिया गया है.

वहीं, भारत को लेकर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने रविवार को दावा किया कि देश में कोयले का संकट न था, न है और न रहेगा. लेकिन उसके बावजूद राज्यों ने सवाल उठाया है. 

कोयले की कमी पर सरकार का क्या है कहना?

रविवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने देश में कोयले की कमी होने की बात को खारिज किया. उन्होंने कहा कि ये जानबूझकर बनाया गया क्राइसिस था. उन्होंने कहा था कि हमारे अधिकारी हर दिन कोयले के स्टॉक की निगरानी कर रहे हैं. आरके सिंह ने कहा था, 'जितने पॉवर की जरूरत होगी, हम उतनी सप्लाई करेंगे. आज हमारे पास 4.5 दिन का कोयले का स्टॉक है. तो ये कहना है कि जितने कोयले की जरूरत थी, उतना नहीं मिला, ये कहना भ्रामक है. आपको जितना चाहिए, आपको मिलेगा.'

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हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि पहले की तरह 17 दिन का स्टॉक नहीं है, लेकिन सवा चार दिन का स्टॉक है.

ये भी पढ़ें-- Coal stock power crisis: चार दिन का कोयला, फिर अंधेरी रात? कई पावर प्लांट्स में चंद दिनों का स्टॉक, जानिए नियम

जब कोयले की कमी नहीं तो बिजली का संकट क्यों?

अब ऐसे में सवाल उठता है कि जब सरकार खुद कह रही है कि देश में कोयले का संकट नहीं है तो फिर थर्मल पॉवर प्लांट बंद क्यों हो रहे हैं? महाराष्ट्र में 13 और पंजाब में 7 थर्मल पॉवर प्लांट बंद हो गए हैं. केरल में कुछ प्लांट के बंद होने की खबरें हैं. महाराष्ट्र इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड ने सुबह 6 से 10 बजे तक और शाम को 6 बजे से रात 10 बजे तक बिजली का कम से कम इस्तेमाल करने की अपील की है. इसी तरह पंजाब में भी बिजली का संकट पैदा हो गया है और वहां 13 अक्टूबर तक हर दिन 3 घंटे की बिजली कटौती रहेगी.

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिल्ली में अगर 24 घंटे का स्टॉक बचा तो हमें भी पावर कट प्लान करना पड़ेगा. मनीष सिसोदिया ने कहा कि कई पावर प्लांट में कोयले की किल्लत है और प्लांट बंद भी हुए हैं.

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क्या सच में है बिजली का संकट? 

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने POSOCO यानी पॉवर सिस्टम ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड से मिले आंकड़ों के हवाले से बताया है कि अक्टूबर के 7 दिनों में पॉवर सप्लाई में 11.2% की कमी दर्ज की गई. POSOCO के आंकड़े ये भी बताते हैं कि झारखंड, बिहार और राजस्थान में हालात और भी खराब हैं. झारखंड में बिजली की 18% से 24% की कमी दर्ज की गई है, जबकि बिहार में 6% और राजस्थान में 17% कमी आई है. आंकड़ों से ये भी पता चलता है कि गुजरात और हरियाणा जैसे इंडस्ट्रियल स्टेट्स में भी बिजली का संकट हो रहा है. साथ ही उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भी बिजली की सप्लाई में कमी आ रही है.

एमपी का दावा- नहीं है कोयले की कमी

मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने कोयले की कमी की बात खारिज की है. मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि संकट राष्ट्रीय स्तर पर है, लेकिन मध्य प्रदेश की स्थिति बेहतर है. 

क्या महंगी हो जाएगी बिजली?

कोयले की कमी के चलते बिजली महंगी होने का डर भी सताने लगा है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि पेट्रोल-डीजल के बाद सरकार बिजली की कीमतें भी बढ़ा सकती है. पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कोयले की कमी की जांच की मांग की है.

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आखिर कोयले की कमी कैसे हुई?

सरकार ने इसके चार कारण गिनाए हैं....
1. अर्थव्यवस्था में सुधार आते ही बिजली की मांग बढ़ गई है.
2. सितंबर में कोयला खदानों के आसपास ज्यादा बारिश होने से कोयले का उत्पादन प्रभावित हुआ है. 
3. विदेशों से आने वाले कोयले की कीमतें बढ़ीं. इससे घरेलू कोयले पर निर्भरता बढ़ गई.
4. मॉनसून की शुरुआत से पहले कोयले का स्टॉक न रखना.

ताजा स्थिति क्या है?

नेशनल पॉवर पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक, अभी 110 प्लांट में से 16 ऐसे हैं जिनका स्टॉक खत्म हो चुका है. वहीं, 30 प्लांट के पास 1 दिन, 18 के पास 2 दिन, 19 के पास 3 दिन, 9 के पास 4 दिन, 6 के पास 5 दिन और 10 प्लांट के पास 6 दिन का कोयले का स्टॉक है. जबकि, दो प्लांट ही ऐसे हैं जिनके पास 7 और 8 दिन का स्टॉक है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की बैठक

देश में कोयले की कमी की खबरों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ बैठक की. बैठक के दौरान, तीनों मंत्रियों ने बिजली संयंत्रों को कोयले की उपलब्धता और वर्तमान बिजली मांगों पर चर्चा की. बैठक में बिजली और कोयला मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए. अधिकारियों ने कहा कि यह बैठक कई राज्यों द्वारा बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति में कमी के कारण संभावित बिजली संकट की चेतावनी के मद्देनजर हुई है. 
 

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