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'राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बिल्कुल नहीं जाना चाहिए...' कांग्रेस के अंदर उठी ये आवाज

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए हजारों लोगों को निमंत्रण भेजा गया है जिसमें कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम भी शामिल हैं. इस बीच केरल कांग्रेस ने राष्ट्रीय नेतृत्व से इस समारोह में भाग नहीं लेने का आग्रह किया है.

अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को नवनिर्मित मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. (PC: X/@ShriRamTeerth) अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को नवनिर्मित मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. (PC: X/@ShriRamTeerth)
aajtak.in
  • तिरुवनंतपुरम,
  • 28 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 7:05 PM IST

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कौन जाएगा कौन नहीं यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. तमाम दलों के नेताओं को राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से न्योता भेजा जा रहा है. इस बीच, केरल कांग्रेस अध्यक्ष के सुधाकरन ने कहा, 'पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को इस पर अपना रुख साफ करना चाहिए कि कांग्रेस अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन में भाग लेगी या नहीं.' उन्होंने कहा कि इससे भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है.

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'किसी भी कीमत पर ना जाएं कांग्रेस नेता'

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद के मुरलीधरन ने गुरुवार को कहा कि पार्टी की राज्य इकाई ने राष्ट्रीय नेतृत्व से इस समारोह में भाग नहीं लेने का आग्रह किया है. हालांकि केपीसीसी प्रमुख के सुधाकरन ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि राज्य इकाई इस मामले पर राष्ट्रीय नेतृत्व को अपना रुख बता रही है. समारोह में भाग लेने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ राज्य में मुस्लिम समूहों के बढ़ते दबाव के बीच मुरलीधरन ने कहा, "इस मुद्दे पर राज्य इकाई की स्थिति से एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल को अवगत करा दिया गया है."

मुरलीधरन ने मीडिया से बात करते हुए से कहा, 'कांग्रेस को किसी भी कीमत पर इसमें भाग नहीं लेना चाहिए. यह पार्टी के राज्य नेतृत्व का निर्णय है. राज्य इकाई की भावनाओं से वेणुगोपाल को अवगत करा दिया गया है.' हालांकि, उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है जो भाजपा विरोधी मोर्चे का नेतृत्व करती है, और इस मामले पर राष्ट्रीय नेतृत्व उनके साथ चर्चा करने के बाद उचित निर्णय लेगा.

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मुरलीधरन ने यह भी कहा कि INDIA फ्रंट के एक प्रमुख घटक समाजवादी पार्टी ने घोषणा की है कि वह राम मंदिर के अभिषेक समारोह में भाग लेगी.सुधाकरन ने कहा कि आगे का फैसला पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को करना है. उन्होंने मीडिया से कहा, 'अगर वे इस मामले पर हमारी स्थिति पूछते हैं, तो हम उन्हें बता देंगे.'

थरूर का बयान

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को ठुकराने के सीपीआई (एम) के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, सीडब्ल्यूसी सदस्य और तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने कहा कि वामपंथी दल इस मामले पर आसानी से निर्णय ले सकते हैं क्योंकि उन्हें किसी भी धर्म में विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के भीतर सीपीआई (एम) या बीजेपी की कोई विचारधारा नहीं है. हम हिंदुत्व को एक राजनीतिक सिद्धांत के रूप में देख रहे हैं. इसका हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है. इसलिए, हम न तो सीपीआई (एम) हैं और न ही बीजेपी. हमें इस मामले पर निर्णय लेने के लिए समय दें.'

कांग्रेस नेताओं को मिला है न्यौता

इससे पहले केरल में एक प्रमुख मुस्लिम सुन्नी मौलवी संस्था समस्त द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह में भाग लेने के बारे में अनिर्णय की स्थिति को लेकर कांग्रेस की आलोचना की गई थी.आपको बता दें कि कांग्रेस ने यह खुलासा नहीं किया है कि अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी और लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी सहित उसके प्रमुख नेता 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे या नहीं. निमंत्रण मिलने के बावजूद पार्टी ने इस मामले पर अपना रुख जाहिर नहीं किया है लेकिन निमंत्रण के लिए आभार जताया है.

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