
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में लगातार मंथन जारी है. कभी नेतृत्व को लेकर सवाल उठते हैं तो कभी पार्टी के तौर-तरीके पर मंशाएं पैदा की जाती हैं. इस सबके बीच अब एक और नई बहस शुरू हो गई है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि कांग्रेस को खुद को BJP-Lite नहीं बनने देना चाहिए और हिन्दुज्म के रास्ते पर चलना चाहिए. ना कि बीजेपी ने जो हिन्दुत्व की नई परिभाषा गढ़ दी है उसपर आगे बढ़ना चाहिए.
शशि थरूर के इस बयान को कांग्रेस प्रवक्ता रहे संजय झा ने भी समर्थन दिया है. संजय झा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मैं शशि थरूर से पूरी तरह सहमत हूं कि कांग्रेस को बीजेपी लाइट नहीं बनना चाहिए. कांग्रेस को अपने सेक्युलर बैज को शान के साथ पहनना चाहिए. ऐसे में किसी तरह का जनेऊधारी स्टंट ठीक नहीं है.
आपको बता दें कि शशि थरूर की नई किताब रिलीज हुई है, जिसका नाम 'The Battle of Belonging'. इसी किताब के सिलसिले में शशि थरूर ने एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने इस विषय पर बात की. शशि थरूर से जब हिन्दुत्व और इसके राजनीति पर असर को लेकर सवाल दागा गया तो उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व के विषय के कारण देश में लिबरल लोगों को लेकर सवालिया निशान लग गया है.
कांग्रेस सांसद बोले कि कांग्रेस में एक बात स्पष्ट है कि वो खुद को बीजेपी लाइट नहीं बनने दे सकती है. अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस जीरो बनकर रह जाएगी. कांग्रेस हिन्दुज्म और हिन्दुत्व में अंतर करती है, हिन्दुस्म की हम इज्जत करते हैं और हिन्दुत्व जो भाजपा द्वारा राजनीतिक तौर पर गड़ा गया है उससे दूर रहते हैं.
शशि थरूर ने कहा कि राहुल गांधी भी इस बात को स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके मंदिर जाने की प्रक्रिया किसी तरह से सॉफ्ट या हार्ड हिन्दुत्व को समर्थन नहीं है. शशि थरूर ने कहा कि भारत में सेक्युलेरिज्म जिंदा है, वो देश में भी है और कांग्रेस पार्टी में भी है. हम हर रोज उसे ही बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
गौरतलब है कि कई बार चुनावों से पहले अब कांग्रेस नेताओं को मंदिर जाते देखा गया है, जिसपर काफी राजनीतिक बहस भी छिड़ी है और आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस बीजेपी से मुकाबले के लिए सॉफ्ट हिन्दुत्व का सहारा ले रही है.