
पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता के खिलाफ छापेमारी करने गए ED अफसरों पर हुए हमले के बाद सियासत गर्मायी हुई है. इस हमले के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विरोधी दलों के निशाने पर है. इस मामले में रविवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ईडी को लेकर विवादास्पद टिप्पणी कर दी है. उन्होंने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ED को ही इडियट कह दिया है. अधीर रंजन चौधरी ने अपनी टिप्पणी में कह दिया कि, "ईडी क्या करेगी? ईडी खुद ईडियट है."
बता दें कि एक दिन पहले अधीर रंजन चौधरी ने ईडी पर हमले को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा था. ईडी राज्य में राशन घोटाले को लेकर छापेमारी और इससे जुड़ी गिरफ्तारियां कर रही है.
दरअसल टीम के अफसरों के ऊपर हमला होने के बाद ईडी ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है. इस बारे में जब अधीर रंजन चौधरी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "ईडी क्या करेगी? ईडी खुद बेवकूफ है. बंगाल में सत्ताधारी पार्टी उनका ख्याल रखेगी. सत्ताधारी दल पार्टी में खतरनाक लोगों को बचाने का काम करता है."
उन्होंने आगे कहा, 'यह 'देखभाल' वाली सरकार है तो लुकआउट सर्कुलर का क्या महत्व है? किसी को बड़े-बड़े दावे नहीं करने चाहिए. चाहे वो बीजेपी हो, ईडी हो या फिर सीबीआई. बीजेपी तो रोहिंग्या का राग अलापती रहती है. इतने समय तक वे कहां थे और गृह मंत्रालय कहां था? अब जब मामला सुर्खियों में है तो उन्होंने ध्रुवीकरण की राजनीति शुरू कर दी है. उन्हें देखभाल करने वालों के खिलाफ कुछ करना चाहिए."
बता दें कि, जब ईडी की टीम राशन घोटाला मामले की जांच के संबंध में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी करने पहुंची थी. इसी दौरान शाहजहां के समर्थकों ने ईडी के अधिकारियों पर हमला कर उनके वाहनों को निशाना बनाया. हमले में 3 अधिकारियों को गंभीर चोटें लगी हैं. अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने उनका मोबाइल फोन, नकदी, पर्स, लैपटॉप भी छीन ले गए. साथ ही भीड़ ने ईडी की टीम के साथ मौजूद सीआरपीएफ के जवानों को भी निशाना बनाया.
ईडी की टीम को निशाना बनाए जाने के बाद पश्चिम बंगाल में राजनीति भी गरमा गई है. कांग्रेस और बीजेपी लगातार शुक्रवार से कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं, जबकि भाजपा नेता का कहना कि शाहजहां शेख का हाल भी ममता के करीब अनुब्रत मंडल जैसा होगा.