Advertisement

अधीर रंजन बोले- राहुल पर निशाना साधने वाले कांग्रेसी पहले आईना देखें

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही कांग्रेस में बयानबाजी तेज हुई है. कई नेताओं ने नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं, इस बीच अब ऐसे नेताओं को अधीर रंजन चौधरी ने जवाब दिया है.

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (फाइल: PTI) कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (फाइल: PTI)
आनंद पटेल
  • नई दिल्ली ,
  • 23 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 2:30 PM IST
  • कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व पर जारी है बयानबाजी का दौर
  • अधीर रंजन बोले- खुद आइना देखें बोलने वाले नेता

कांग्रेस पार्टी में जारी आपसी कलह अभी तक खत्म नहीं हुई है. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बाद गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर पार्टी के हालात पर सवाल खड़े कर दिए. जिसके बाद अब कई पार्टी नेताओं द्वारा उन्हें जवाब दिया जा रहा है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुलाम नबी आजाद के बयान पर कहा कि इस तरह सिर्फ राहुल गांधी पर निशाना साधना और हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराने से कुछ नहीं होगा.

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ऐसे नेताओं को आइना देखना चाहिए और आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे नेता इस तरह मीडिया में बयानबाजी क्यों कर रहे हैं, पार्टी के सेशन का इंतजार क्यों नहीं किया जा रहा है जहां सभी के सामने बात की जा सके. 

Advertisement

देखें- आजतक LIVE TV


अधीर रंजन बोले कि अगर बिहार में हार को लेकर कुछ कहना है, तो सही वक्त का इंतजार करना चाहिए. इस तरह चुनाव नतीजों पर नमक छिड़कने से कुछ लोगों को आनंद लेने का मौका मिलता है. 

लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लगातार हो रही बयानबाजी पर कहा कि कांग्रेस पार्टी में एक कल्चर है, ये नेता आज जिस पद पर हैं, उसी कल्चर की वजह से हैं. ऐसे में उसे ही निशाने पर नहीं लेना चाहिए. 

बिहार के नतीजों का असर बंगाल में पड़ने पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में बंगाल में कांग्रेस पार्टी ने गठबंधन में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया था, ऐसे में बंगाल को बिहार से नहीं जोड़ा जा सकता है. 

आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव और अन्य राज्यों में हुए उपचुनावों के बाद लगातार कांग्रेस पार्टी में इस तरह की बयानबाजी तेज हुई है. पहले कपिल सिब्बल ने कहा कि पार्टी में संवाद की कमी है और हार पर मंथन नहीं हो रहा है. फिर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी अपने सबसे बुरे दौर से गुज़र रही है, चुनाव में हार से हम सभी चिंतित हैं. हमारे लोगों का जमीनी स्तर पर लोगों से संपर्क खत्म हो गया है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement