
कांग्रेस को आयकर विभाग से फिर बड़ा झटका लगा है. टैक्स में गड़बड़ी को लेकर पार्टी को लगभग 1800 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा गया है. ये नोटिस असेसमेंट ईयर 2017-2018 और 2020-2021 के लिए भेजा गया है.
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इनकम टैक्स ने नोटिस भेजकर कांग्रेस को 1,823.08 करोड़ रुपये का जुर्माना भरने को कहा है. लेकिन बीजेपी को लेकर इनकम टैक्स विभाग आंख मूंदकर बैठा है. हमारे आकलन के मुताबिक बीजेपी को बीते सात सालों के हिसाब से 4600 करोड़ रुपये का टैक्स देना चाहिए. इनकम टैक्स विभाग को सिर्फ कांग्रेस दिखाई दे रही है, हमारी पार्टी को प्रताड़ित किया जा रहा है.
अजय माकन ने क्या कहा
माकन ने कहा कि बीजेपी टैक्स टेररिज्म में जुटा है और कांग्रेस पर हमला कर रहा है. इसके दो पहलू हैं. पहला, किसी तरह की समानता नहीं बरती जा रही. कांग्रेस पर धड़ाधड़ जुर्माना लगाया जा रहा है जबकि बीजेपी को लेकर विभाग मौन है. दूसरा, बीजेपी ने मुख्य विपक्ष को कमजोर कर दिया है.
जन प्रतिनिधित्व कानून की धारा 29सी के तहत बताया गया है कि आखिरी चुनावी चंदा किस तरह से राजनीतिक दलों को दिया जाना चाहिए. हमने बीते सात साल, विशेष रूप से 2017-2018 का विश्लेषण किया है, जिससे पता चला है कि बीजेपी को 42 करोड़ रुपये का चंदा मिला है, लेकिन इसे देने वाले के एड्रेस का कोई अता-पता नहीं है. इसी साल हम पर 14 लाख पर 135 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया.
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत जिन लोगों ने बीस हजार रुपये से ज्यादा का जुर्माना दिया है, उनकी पूरी जानकारी दी जानी चाहिए. 14 लाख के टैक्स उल्लंघनों पर हम पर 135 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है. बीजेपी को 42 करोड़ रुपये दिए गए लेकिन इसका कोई ब्योरा नहीं है.
अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं से कहा कि आपको पता है 1800 कितना होता है? 1800 रुपये नहीं है, 1800 करोड़ रुपये है. पिछले 2019 लोकसभा चुनाव का हमारी पार्टी का पूरा खर्चा 800 करोड़ रुपये था. तो 1800 करोड़ रुपये इतना होता है.
बीजेपी पर 4600 करोड़ रुपये का जुर्माना लगना चाहिए
माकन ने कहा कि आयकर विभाग ने जिस पैरामीटर्स पर कांग्रेस पार्टी पर जुर्माना लगाया है. अगर उन्हीं पैरामीटर्स पर बीजेपी पर लगाया जाए तो बीते सात सालों के आधार पर उन पर 4600 करोड़ रुपये का जुर्माना लगना चाहिए. लेकिन इसे नजरअंदाज किया जा रहा है.
माकन ने कहा कि हम तीन बार सुप्रीम कोर्ट गए हैं. हम अदालत में जनहित याचिका दाखिल करेंगे ताकि बीजेपी से 4600 करोड़ रुपये की वसूली की जा सके, जिसे आयकर विभाग द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है.