
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने मंगलवार को राज्य में रेप के एक मामले पर अपनी हालिया टिप्पणी को लेकर बुरी तरह से फंस गए. मामला बढ़ता देख केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने रमेश से माफी मांगने की मांग कर डाली, बाद में कांग्रेस नेता को सफाई देनी पड़ी.
जब एक पत्रकार ने चेन्निथला से पूछा कि क्या तिरुवनंतपुरम रेप केस में मुख्य आरोपी उनकी पार्टी का एक सक्रिय सदस्य है, तो कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि क्या केवल सीपीएम-एम के युवा कार्यकर्ताओं को ही महिलाओं का शोषण करने का अधिकार है.
रमेश चेन्निथला ने आगे कहा कि क्या यह कहीं लिखा है कि केवल DYFI (CPI-M की युवा शाखा) कार्यकर्ता [महिलाओं] का शोषण कर सकते हैं? हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार किया कि आरोपी कांग्रेस कार्यकर्ता था. उन्होंने कहा कि यह सब झूठ है कि वह कांग्रेस का सदस्य है, सभी झूठ बोलते हैं.
हालांकि उनकी यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और उन्हें भारी आलोचना का सामना करना पड़ा. पत्रकार के सवाल को कई लोगों ने समस्याग्रस्त भी माना. पत्रकार ने पूछा था, 'तिरुवनंतपुरम रेप केस में आरोपी कांग्रेस का सक्रिय सदस्य है. अगर कांग्रेस के सभी लोग शोषण करने लगे, तो महिलाएं कैसे रह सकती हैं?'
लेकिन सवाल और जवाब दोनों ही सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन गया और कई लोगों ने रमेश चेन्निथला से माफी की मांग कर डाली.
इस पूरे प्रकरण पर केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैल्जा भी शामिल हो गईं और उन्होंने रमेश चेन्निथला से माफी की मांग कर डाली. केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैल्जा ने कहा कि रमेश चेन्निथला को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए, वह महिलाओं का अपमान कर रहे हैं. महिलाओं का अपमान करने वाले किसी को भी स्वास्थ्य विभाग में जगह नहीं मिलेगी.
विवाद बढ़ने पर रमेश चेन्निथला ने सफाई पेश करते हुए दावा किया कि उनके बयान को गलत समझा गया. हालांकि, उनका स्पष्टीकरण प्राब्लेमैटिक था.
कांग्रेस नेता ने कहा कि 'न केवल डीवाईएफआई कार्यकर्ता, बल्कि एनजीओ और संघ कार्यकर्ता' ने भी महिलाओं के साथ रेप किए हैं. उन्होंने कहा कि मेरा मतलब केवल डीवाईएफआई कार्यकर्ता ही नहीं थे, बल्कि एनजीओ और संघ कार्यकर्ता भी यौन उत्पीड़न में शामिल रहे हैं. मेरा मतलब था कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह का शोषण नहीं होना चाहिए. रेप की 2 घटनाओं से जनता का ध्यान हटाने का यह उनका एजेंडा है. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे इस झांसे में न पड़ें.