
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बस कुछ ही महीने रह गए हैं. कांग्रेस-बीजेपी और जेडीएस समेत सभी राजनैतिक दल अपने-अपने प्रचार में जुट गए हैं. इस बीच कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने इमोशनल कार्ड खेला है. सिद्धारमैया ने कहा कि ये मेरा आखिरी चुनाव होगा.
सिद्धारमैया ने बीदर में कहा कि ये मेरा आखिरी चुनाव होगा. हालांकि, मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा. मैं रिटायर होने के बाद भी आप सभी का समर्थन करूंगा.कर्नाटक की जनता के आशीर्वाद से मुझे मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला. मैं 2013-2018 के बीच 5 साल सीएम रहा. देवराज उर्स एक सीएम थे जिन्होंने पांच साल तक सेवा की. उनके बाद पूरे पांच साल सेवा करने वाला मैं अकेला सीएम था.
सिद्धारमैया ने किया था संन्यास लेने का ऐलान
इससे पहले सिद्धारमैया ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर सत्ता में आने पर वह जनता से किए वादे पूरे नहीं कर पाए तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे और घर चले जाएंगे. पूर्व सीएम ने आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी लोगों से किए गए वादों को पूरा करेगी.
कांग्रेस की 'प्रजा द्वानी यात्रा' के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिद्धारमैया ने कहा, "अगर हम सत्ता में आए तो 10 किलोग्राम चावल देंगे, हमने पहले ही महिलाओं के नेतृत्व वाले परिवारों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली और 2,000 रुपये देने का वादा किया है. आपको हम पर भरोसा है ना? चाहे कितनी भी मुश्किल हो, हम अपना वादा पूरा करेंगे."
कुमारस्वामी ने भी खेला इमोशनल कार्ड
सिद्धारमैया से पहले जेडीएस नेता और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने इमोशनल कार्ड खेलते हुए कहा था कि कुमारस्वामी ने कहा कि अपने पिता के जीते जी ये साबित करना चाहता हूं कि जेडीएस चल रही है. रायचूर में कुमारस्वामी ने कहा कि पार्टी जो उन्होंने मेरी आंखों के सामने बनाई है, उसे 120 सीटों पर जिताकर देवगौड़ा को गिफ्ट देने के लिए लड़ रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं उनके मरने से पहले ये साबित करना चाहता हूं कि जिस पार्टी को वे बनाए, वह पार्टी चल रही है.