
भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को कांग्रेस पर लोकसभा चुनाव जीतने के लिए 'झूठे वादे' करने का आरोप लगाया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा 'इंडिया' गठबंधन के सत्ता में आने पर मौजूदा सरकार की ओर से दी जा रही पांच किलोग्राम अनाज की जगह 10 किलोग्राम अनाज देने की घोषणा के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोला. भाजपा ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव जीतने के लिए 10 किलोग्राम राशन देने का झूठा वादा कर रही है.
एजेंसी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष के वादे के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि 'खड़गे झूठ बोल रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'वे झूठे वादे करके सत्ता में आना चाहते हैं. लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे और वे जो कहेंगे उस पर विश्वास नहीं करेंगे.'
इससे पहले दिन में लखनऊ में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए खड़गे ने घोषणा की कि अगर India Bloc की सरकार सत्ता में आती है तो भाजपा सरकार की ओर से दी जा रही गरीबों को मुफ्त राशन की मात्रा दोगुनी कर दी जाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष ने हर महीने गरीबों को पांच किलोग्राम राशन देने की मोदी सरकार की योजना का जिक्र किया और कहा, 'कांग्रेस खाद्य सुरक्षा कानून लेकर आई, आप (मोदी सरकार) ने कुछ नहीं किया.'
उन्होंने कहा, 'आप पांच किलो दे रहे हैं. अगर INDIA Bloc की सरकार बनती है तो हम गरीबों को 10 किलो राशन देंगे.' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'मैं गारंटी के साथ यह कह रहा हूं क्योंकि हम तेलंगाना और कर्नाटक सहित राज्यों में ऐसा कर चुके हैं.' खड़गे पर निशाना साधते हुए मेघवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में सत्ता में आने पर इन राज्यों के लोगों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया.
मेघवाल ने कहा, 'मैं राजस्थान से आता हूं. उन्होंने किसानों के कर्ज माफ करने का झूठा वादा किया. हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भी उन्होंने झूठे वादे किए.' उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने मनमोहन सिंह सरकार से एफसीआई के गोदामों में सड़ रहे खाद्यान्न को गरीबों में बांटने को कहा था. खड़गे उस समय मंत्री भी थे. तब आपने (कांग्रेस सरकार) कहा कि हमें निर्देश देने वाला उच्चतम न्यायालय कौन होता है.'