
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को तेलंगाना में जनसभाओं को संबोधित करते हुए नेशनल हेराल्ड की संपत्ति जब्त करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री केसीआर पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने तेलंगाना विधानसभा चुनाव में बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम पर मिलकर कांग्रेस के खिलाफ साजिश रचने का भी आरोप लगाया.
तेलंगाना में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि जवाहरलाल नेहरु ने नेशनल हेराल्ड अखबार को प्रकाशित किया था, ताकि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान युवाओं में जागरुकता बढ़े. यह एक महान संस्था है और किसी व्यक्ति विशेष की नहीं है. ऐसे अखबार को मोदी और अमित शाह ने बंद करने के लिए सोचा.
खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी ने सोचा कि ऐसा करने से तेलंगाना की जनता डरके भाजपा और बीआरएस को वोट दे देगी. जब कांग्रेस अंग्रेजों से नहीं डरी और देश को आजादी दिलाई तो कांग्रेस नेता भाजपा से क्या डरेंगे. जिन लोगों ने आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया, गरीब जनता के लिए कुछ नहीं किया. इन लोगों से क्या डरना. कांग्रेस आखिरी दम तक लड़ेगी. तेलंगाना में कांग्रेस बड़ी जीत दर्ज करने जा रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि तेलंगाना की सत्तारूढ़ बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम तीनों दोस्त हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर नागपुर में आरएसएस मुख्यालय जाकर कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे दोस्त हैं. एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी कहते हैं कि केसीआर मेरे अच्छे दोस्त हैं. तीनों मिलकर कांग्रेस के खिलाफ साजिश रच रहे हैं.
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस उन लोगों के खिलाफ चुनाव लड़ रही है, जिन्होंने गरीबों की जमीन छीनी है. तेलंगाना में विकास नहीं हुआ. मगर केसीआर मस्त हैं, केसीआर अपने फार्म हाउस में बैठकर सब फैसले लेते हैं, लोगों को कभी नहीं मिलते. जो व्यक्ति लोगों के बीच में नहीं रहता, लोगों से कभी नहीं मिलता, उसको वोट नहीं मिलना चाहिए. कांग्रेस पार्टी तेलंगाना में जीतेगी और हिंदुस्तान का गौरव बढ़ेगा.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कांग्रेस की गारंटियां दोहराते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के तुरंत बाद इन्हें लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिया था.