
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की तरफ से महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ वसूली के आरोप को लेकर सियासी रार जारी है. इस बीच, मध्य प्रदेश से कांग्रेस विधायक और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने अनिल देशमुख के मामले में महा विकास अघाड़ी से समर्थन वापस लेने की मांग की है.
लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट किया, 'अगर 100 करोड़ प्रति माह मुंबई पुलिस के माध्यम से महाराष्ट्र के गृहमंत्री वसूल रहे हैं, और अगर यह सत्य है तो देशमुख "देश" के "मुख" नहीं हो सकते. लगता है "अगाड़ी सरकार" पिछड़ती" जा रही है. कांग्रेस को समर्थन वापस लेना चाहिए.'
इस बीच, मुश्किलों में घिरे अनिल देशमुख के लिए राहत की खबर है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख को बदला नहीं जाएगा. उनके इस्तीफे का सवाल नहीं उठता.
असल में, दिल्ली में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर महा विकास अघाड़ी के नेताओं की बैठक हुई. इसमें कांग्रेस की ओर से कमलनाथ शामिल हुए. बैठक के बाद जयंत पाटील ने कहा कि गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की जरूरत नहीं है. जो भी दोषी होगा उसपर एक्शन होगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अच्छे तरीके से जांच करेगी, कोई भी अधिकारी चाहे कितना भी बड़ा क्यों ना हो. ये सरकार का निश्चय है. फिलहाल अनिल देशमुख के इस्तीफे की जरूरत नहीं है.
दिल्ली में शरद पवार के आवास पर एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटील सरीखे महाराष्ट्र के बड़े नेता बैठक में मौजूद रहे. यह बैठक करीब 3 घंटे तक चली.