
संसद के बजट सत्र में कश्मीरी पंडितों के लिए कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा की ओर से बड़ी मांग की गई है. राज्यसभा में बोलते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के साथ अब न्याय होना चाहिए. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पाकिस्तान से बात करते करतारपुर कॉरिडोर की तरह शारदा पीठ कॉरिडोर भी बनाना चाहिए ताकि कश्मीरी पंडित वहां दर्शन के लिए जा सकें.
हमने फिल्म नहीं बनाई काम किया
कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि ये तो पुराना दर्द है जो दूर नहीं हो रहा है. कश्मीरी पंडितों को वापस बसाने की बातें तो खूब हुईं लेकिन काम कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि 90 के दशक के बाद 80 फीसदी से ज्यादा कश्मीरी पंडित विस्थापित हो चुके हैं जो अब कश्मीर वापस जाना चाहते हैं. सुरक्षा और पुनर्सवास की व्यवस्था न होने की वजह से कुछ काम आगे नहीं बढ़ा है. एक ही वक्त कश्मीरी पंडितों के लिए मनमोहन सिंह ने प्रयास किए थे जब उन्हें लगा था कश्मीर में पंडितों की वापसी मुमकिन हो रही है.
विवेक तन्खा ने कहा कि हमने कश्मीरी पंडितों के लिए फिल्म नहीं बनाई बल्कि काम करके दिखाया है. उन्होंने कहा कि LoC की दूसरी तरफ हमारी शारदा पीठ है, हम चाहते हैं कि कश्मीरी पंडितों के लिए पाकिस्तान से बात करते शारदा पीठ का कॉरिडोर बनाया जाए. जिस तरह से सिखों के लिए करतारपुर में बनाया है, उसी तरह से पंडितों के लिए बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि 75 साल से शारदा पीठ का कॉरिडोर बंद है और हम दर्शन के लिए वहां नहीं जा सकते.
PoK में स्थित है शारदा पीठ
कांग्रेस सांसद ने कहा कि सरकार को कश्मीरी पंडितों की ओर भी थोड़ा ध्यान देना चाहिए. यह सिर्फ मेरी समस्या नहीं है बल्कि इतिहास में जो अन्याय हुआ, उसका परिणाम है. उन्होंने आखिर में कहा कि अब कश्मीरी पंडितों के साथ न्याय करने का वक्त आ गया है.
शारदा पीठ देवी सरस्वती का प्राचीन मंदिर है जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नीलम घाटी में एलओसी के करीब बना हुआ है. 18 शक्तिपीठों में से एक शारदा पीठ को पाकिस्तान में नुकसान पहुंचाने की खबरें आए दिन आती रहती हैं. कश्मीरी पंडितों की ओर से लंबे वक्त से शारदा पीठ कॉरिडोर के निर्माण की मांग होती रही है.