
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने खड़गे VIP सुरक्षा देने का फैसला किया गया है, यानी अब कांग्रेस अध्यक्ष को Z प्लस सुरक्षा दी गई है. बताया जा रहा है कि खुफिया एजेंसी IB की थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर ये फैसला लिया गया गया है. मल्लिकार्जुन खड़गे की सुरक्षा अब सीआरपीएफ के कमांडो करेंगे.
सुरक्षा की येलो बुक के मुताबिक Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में VIP के चारो तरफ कड़ा सुरक्षा का पहरा होता है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 58 कमांडो Z+ कैटेगरी की सुरक्षा में तैनात होते हैं. सुरक्षा मामलों की येलो बुक की मानें तो Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में 10 आर्म्ड स्टैटिक गॉर्ड और 6 PSO एक समय में राउंड द क्लॉक होते हैं.
वहीं 24 जवान, 2 एस्कॉर्ट राउंड द क्लॉक, 5 वाचर्स दो शिफ्ट में रहते हैं. एक इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर इंचार्ज के तौर पर तैनात रहता है. वीआईपी के घर में आने जाने वाले लोगों के लिए 6 फ्रीस्किंग और स्क्रीनिंग करने वाले तैनात रहते हैं और इसके साथ ही राउंड द क्लॉक ट्रेंड 6 ड्राइवर होते हैं.
बता दें कि गृह मंत्रालय की सुरक्षा के 'यलो बुक' के आधार पर Z प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी के अलावा कई अन्य तरीके की भी सुरक्षा वीआईपी को दी जाती हैं, जिसमें Z कैटेगरी, Y प्लस कैटेगरी, Y कैटेगरी और X कैटेगरी शामिल है.
Z कैटेगरी की सुरक्षा
जेड श्रेणी की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं. आर्म्ड फोर्स के 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड वीआईपी के घर पर रहते हैं. 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ, तीन शिफ्ट में 12 आर्म्ड स्कॉर्ट के कमांडो, 2 वॉचर्स शिफ्ट में और 3 ट्रेंड ड्राइवर राउंड द क्लॉक मौजूद रहते हैं.
Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
इस प्रकार की सुरक्षा में आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं, जिसमें 5 पुलिस के स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घर और आसपास रहते हैं साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में सुरक्षा करते हैं.
Y कैटेगरी की सुरक्षा
यह सुरक्षा कम खतरे वाले लोगों को दी जाती है. इसमें कुल 8 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं. जिसमें जिस वीआईपी को सुरक्षा दी जाती है, उसमें पांच आर्म्ड स्टैटिक गार्ड उसके घर पर लगाए जाते हैं. साथ ही तीन शिफ्ट में तीन पीएसओ सुरक्षा प्रदान करते हैं.
X कैटेगरी की सुरक्षा
इस श्रेणी में 3 सुरक्षा गार्ड तैनात होते हैं. जिसमें एक पीएसओ (व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी) होता है. देश में काफी लोगों को एक्स श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है. इस सुरक्षा में कोई कमांडो शामिल नहीं होता है. सिर्फ 3 शिफ्ट में एक-एक पीएसओ वीआईपी अपने साथ लेकर चल सकता है.