
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को लोकसभा में बोलते हुए तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि पहले कानून का कंटेंट मंडी को खत्म करना है, जबकि दूसरे कानून का कंटेंट यह है कि बड़े-बड़े उद्योगपति अनलिमिटेड अनाज और सब्जी को स्टॉक कर सकें. राहुल ने कहा कि सालों पहले फैमिली प्लानिंग का एक नारा था 'हम दो, हमारे दो'. आज देश को चार लोग चला रहे हैं. ये लोग कौन हैं सब जानते हैं.
मोदी सरकार पर साधा निशान
राहुल गांधी ने कहा कि 'पीएम कहते हैं कि उन्होंने विकल्प दिए हैं. हां, आपने 3 विकल्प दिए हैं भूख, बेरोजगारी और आत्महत्या.' राहुल ने कहा कि पहले फैमिली प्लानिंग का नारा था, हम दो हमारे दो, आज देश को चार लोग चलाते हैं. सब लोग इन चार को जानते हैं. राहुल ने कहा कि ये देश का आंदोलन है. किसान अंधेरे में सरकार को टार्च दिखा रहा है. ये लिखकर ले लीजिए किसान एक इंच पीछे हटने वाला नहीं है. सरकार को कानून वापस लेना ही पड़ेगा.
कृषि कानूनों के कंटेंट ओर इंटेंट पर बात
राहुल गांधी ने कल के पीएम मोदी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि कृषि कानूनों के कंटेंट ओर इंटेंट पर बात कर लेते हैं. कांग्रेस नेता ने सदन में कहा कि पहले कानून का कंटेंट है कि कोई भी व्यक्ति देश में कहीं भी कितना भी अनाज, फल सब्जी खरीद सकता है. अब जब देश में अनलिमिटेड खरीदी होगी तो मंडी में कौन जाएगा, तो पहले कानून का कंटेंट मंडी को खत्म करना है.
दूसरे कानून का कंटेंट
राहुल ने आगे आगे कहा कि दूसरे कानून का कंटेंट आवश्यक वस्तु अधिनियम को खत्म करने का जमाखोरी को बढ़ावा देना है. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि तीसरे कानून का कंटेंट है कि जब देश का किसान देश के उद्योगपति के पास फसल का दाम मांगने जाएगा, गिड़गिड़ाएगा तो उसे सही कीमत के लिए अदालत जाने का अधिकार नहीं होगा.
अनुराग ठाकुर का राहुल पर पलटवार
राहुल गांधी के बयान पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि समझ सकते हैं कि उनकी बजट पर चर्चा की तैयारी नहीं थी. वरिष्ठ सदस्य देश में भी कम रहते हैं और सदन में भी कम रहते हैं. अनुराग ठाकुर ने राहुल के ‘हम दो, हमारे दो’ का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि वो बात करते हैं हम दो, हमारे दो, हम समझ सकते हैं कि वो अपने दीदी-जीजा और दो बच्चे की बात कर रहे होंगे. उनके परिवार में यह परंपरा पुरानी है.