
लोकसभा चुनाव से पहले देशभर में सियासी माहौल गरमा गया है. राजनीतिक दलों में उथल-पुथल मची है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने बीजेपी नेता अशोक चव्हाण से मुलाकात की.
अशोक चव्हाण ने इस मुलाकात पर कहा कि कांग्रेस से मेरा संबंध बहुत पुराना है और कई लोगों से मुलाकात होती रहती है. इस मुलाकात पर महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रशेखर बवांकुले ने कहा कि मुलाकात करने में कोई दिक्कत नही है लेकिन मैं इस पर कुछ नही बोलूंगा.
उन्होंने कहा कि विरोधी हमसे मिलते रहते हैं और हम उनसे मिलते हैं, तो गलत मतलब निकालने की जरूरत नहीं है. लेकिन मोदी जी के विकसित भारत की गारंटी का साथ देने के लिए कोई भी आता है तो हम उनका स्वागत करते हैं.
कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे चव्हाण
अशोक चव्हाण ने पिछले महीने ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को लिखे अपने पत्र चह्वाण ने कहा था कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहे हैं. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को विधानसभा सदस्य के तौर पर अपना इस्तीफा सौंपा था.
चव्हाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. नवंबर 2008 में मुंबई पर आतंकी हमले के बाद उस समय के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख ने पद से इस्तीफा दिया था. इसके बाद अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया गया था. अशोक आठ दिसंबर 2008 से नौ नवंबर 20010 तक महाराष्ट्र के सीएम थे.
कांग्रेस ने नौ नवंबर 2010 को अशोक चव्हाण से आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले मामले में उनसे इस्तीफा मांग लिया था. भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद 2014 के लोकसभा चुनाव में वह नांदेड़ से लोकसभा चुनाव जीत गए थे. 2015 में उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में वह नांदेड़ की अपनी सीट बीजेपी के प्रताप पाटिल के हाथों हार गए थे.