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बहुसंख्यकवाद से बचाता है हमारा संविधान, लेकिन मुस्लिम-दलित के साथ धोखा हुआ: ओवैसी

अब संविधान दिवस के मौके पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने एक तरफ देश के संविधान को सभी की रक्षा करने वाला बताया है तो वहीं इस बात का भी जिक्र कर दिया कि कई मामलों में देश के मुस्लिम और दलित समुदाय संग अन्याय होता है.

संविधान दिवस पर ओवैसी का बयान संविधान दिवस पर ओवैसी का बयान
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 1:21 PM IST
  • संविधान दिवस पर ओवैसी का बयान
  • बहुसंख्यकवाद से बचाया, मुस्लिमों के साथ धोखा

संविधान दिवस के मौके पर केंद्र सरकार द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. लेकिन इस खास दिन पर विपक्ष ने अपनी एकजुटता दिखाते हुए संविधान दिवस के तमाम कार्यक्रमों का बहिष्कार कर दिया है. कांग्रेस से लेकर लेफ्ट तक, शिवसेना से लेकर बसपा तक, कई पार्टियों ने इन कार्यक्रमों से किनारा कर लिया है.

संविधान दिवस पर ओवैसी का बड़ा बयान

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अब संविधान दिवस के मौके पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने एक तरफ देश के संविधान को सभी की रक्षा करने वाला बताया है तो वहीं इस बात का भी जिक्र कर दिया कि कई मामलों में देश के मुस्लिम और दलित समुदाय संग अन्याय होता है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 26 नवंबर, 1949 को हमारे बुजुर्गों ने हमे संविधान का तोहफा दिया था. ये वो सपना था जो हमारे बुजुर्गों ने इस देश के लिए देखा था. इस संविधान ने ही हमे ना सिर्फ कई ज्यादतियों से सुरक्षित रखा, बल्कि बहुसंख्यकवाद से भी बचाया.

ओवैसी ने आगे कहा कि अब ये संविधान का एक ऐसा वादा है जिसे कई बार तोड़ने का प्रयास रहा है. देश के मुस्लिम और दलित समुदाय के साथ तो ऐसा अक्सर हो जाता है. लेकिन फिर भी देश के संविधान ने हमे वो ताकत जरूर दी है कि हम इस अन्याय के खिलाफ बोल सकें, हम अपने हक के लिए लड़ सकें. अब ओवैसी ने बिना नाम लिए वर्तमान की मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया है. वे हमेशा से ही कहते आए हैं कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से मुस्लिम और ज्यादा असुरक्षित महसूस करने लगे हैं. यूपी चुनाव के प्रचार के दौरान भी वे हर मोड़ पर मुस्लिमों को यहीं याद दिलाते भी दिख रहे हैं.

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राहुल गांधी का संदेश, मोदी का तंज

वैसे ओवैसी के अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी संविधान दिवस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक बड़ा संदेश देते हुए सभी के लिए समानता की बात कर दी है. वे ट्वीट कर लिखते हैं कि न्याय व अधिकार सबके लिए एक समान होने चाहिए ताकि संविधान सिर्फ़ काग़ज़ ना बन जाए- ये हम सबकी ज़िम्मेदारी है. देश के संविधान दिवस पर सभी को शुभकामनाएं.

अब विपक्ष की तरफ से जरूर संविधान दिवस पर ऐसी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. लेकिन पीएम मोदी को ये अंदाज रास नहीं आया है. उन्होंने जोर देकर कहा है कि संविधान दिवस कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि देश का कार्यक्रम है. उन्होंने बिना कांग्रेस का नाम लिए परिवारवाद वाली राजनीति पर भी टिप्पणी की. उनके मुताबिक अगर एक ही परिवार लगातार सरकार को चलाएगा, तो ये लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है.

 

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