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कोरोना के एक्टिव केस 4 हजार के पार, राहत की बात... 92 फीसदी मरीज घर पर ही हो रहे ठीक

देश में कोरोना के मामलों की संख्या में बीते कुछ दिनोंा से तेजीप देखने को मिली है. अब देश में कोविड के एक्टिव केस चार हजार के पार पहुंच गए हैं. राहत की बात ये है कि 92 फीसदी मरीज घर पर इलाज करा के ही ठीक हो रहे हैं.

देश में कोरोना के मामलों में तेजी (फाइल फोटो) देश में कोरोना के मामलों में तेजी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:33 PM IST

देशभर में कोरोना के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. देश में इस समय कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर चार हजार  के पार पहुंच गई है. इस बीच कोरोना का नया सब-वैरिएंट JN.1 भी तेजी से फैल रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, रविवार को कोरोना के 656 नए मामले सामने आए थे, जिसके बाद देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 4,054 हो गई है.  

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वहीं महाराष्ट्र की अगर बात करें तो रविवार को राज्य में 50 नए मामले सामने आए थे. ठाणे जिले में कोरोना तेजी से फैल रहा है. यहां 20 में से 5 में कोरोना का नया सब-वैरिएंट JN.1 पाया गया है. इसके बाद राज्य में अब JN.1 के कुल 10 मरीज हो चुके हैं. इनमें ठाणे में 5, पुणे में 2, पुणे-अकोला और सिंधुदुर्ग में 1-1-1 मरीज मिला है. स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में बताया गया है कि पुणे का एक मरीज हाल ही में अमेरिका से लौटकर आया है.   

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, ठाणे शहर में 30 नवंबर से लेकर अब तक 20 मरीजों का सैंपल लिया गया, जिसमें से JN.1 वैरिएंट के 5 मामले सामने आए हैं. बता दें कि अभी ठाणे में कोरोना के 28 एक्टिव केस हैं. इनमें से दो का ही इलाज अस्पताल में किया जा रहा है, बाकी अपने घरों में इलाज करा रहे हैं. 

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इन राज्यों में भी सामने आ रहे केस 

बता दें कि महाराष्ट्र के अलावा कोरोना के मरीज कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और गोवा में भी सामने आ रहे हैं. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने बताया था कि देशभर में सब-वैरिएंट कई मामले सामने आए हैं. राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने और अपने मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत है.  

कर्नाटक में एडवाइजरी जारी 

कर्नाटक सरकार ने एडवाइजरी में कहा है कि 60 वर्षे और उससे ज्यादा उम्र के बुजुर्ग, किडनी, हृदय जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों, गर्भवती, स्तनपान कराने वाली मांएं अगर बाहर जाती हैं तो मास्क जरूर पहनें. कर्नाटक सरकार कहना है कि अभी क्रिसमिस या नए साल के जश्न को लेकर किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है. हमारा जोर टेस्टिंग बढ़ाने पर है. शनिवार से राज्य में रोजाना पांच हजार सैंपल लिए जाएंगे. 

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर 

देश में कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या के बीच राहत की खबर है कि अधिकतर मरीज घर पर रहकर ही ठीक हो रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि 92 फीसदी संक्रित घरों पर इलाज कराके ही ठीक हो रहे हैं, जिनमें बीमारी के हल्के लक्षण हैं. डॉक्टरों के अनुसार, सर्दी, खांसी या बुखार से पीड़ित लोगों को अन्य लोगों से दूरी बनाए रखनी चाहिए और मास्क का उपयोग करना चाहिए और अपने हाथों को साबुन से धोना चाहिए या सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए. 

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बता दें कि मई महीने में कोरोना वायरस के मामलों, अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में कमी आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने घोषणा की थी कि कोविड-19 को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं है. 

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