
कोरोना के बढ़ते मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है. सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कुछ राज्यों में केसों की संख्या बढ़ रही है, देश के 70 जिलों में ये वृद्धि 150 प्रतिशत से ज्यादा है, हमें कोरोना की इस उभरती हुई "सेकंड पीक" को तुरंत रोकना होगा, तुरंत कदम उठाने होंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए, हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है, ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को लेकर भी हमें उतनी ही गंभीरता की जरूरत है जैसे कि हम पिछले एक साल से करते आ रहे हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर संक्रमित व्यक्ति के कॉन्टेक्ट को कम से कम समय में ट्रैक करना और RT-PCR टेस्ट रेट 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है, हमें छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा, हमें छोटे शहरों में "रेफरल सिस्टम" और "एम्बुलेंस नेटवर्क" के ऊपर विशेष ध्यान देना होगा. केरल-यूपी-छत्तीसगढ़ में रैपिड टेस्टिंग ही की जा रही है, जो चिंता का विषय है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में वैक्सीनेशन की गति लगातार बढ़ रही है, हम एक दिन में 30 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने के आंकड़े को भी पार कर चुके हैं, लेकिन इसके साथ ही हमें वैक्सीन डोज वेस्ट होने की समस्या को बहुत गंभीरता से लेना है, कोरोना की लड़ाई में वैक्सीन प्रभावी हथियार है, देश में वैक्सीनेशन की गति लगातार बढ़ रही है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि तेलंगाना-आंध्र प्रदेश-यूपी में वैक्सीन वेस्ट का आंकड़ा दस प्रतिशत तक पहुंचा है. ये बिल्कुल नहीं होना चाहिए. ये मंथन का विषय है कि आखिर कुछ क्षेत्रों में ही टेस्टिंग और टीकाकरण कम क्यों हो रहा है, हमें जहां जरूरी हो माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाने के विकल्प पर भी काम करना चाहिए.